आई एक्सक्लूसिव

-ओपीडी के अलावा सभी इमरजेंसी सेवाएं रहेंगी बहाल

-डीएम ने गठित की 8 सदस्यीय समिति, करेगी दौरा

Meerut : स्वास्थ्य सेवाएं सरकार की प्राथमिकता है तो चिकित्सा विभाग की लापरवाही से जनसामान्य को समय पर सेवाएं नहीं मिल पाती। अवकाश के दिनों में ओपीडी का बंद रहना, एक्सरे, पैथालॉजी लैब, दवा काउंटर आदि का बंद रहना आम बात है। इलाज के अभाव में कई बार मरीज की जान चली जाती है तो कथित डॉक्टर छुट्टी का हवाला देकर जिम्मेदारी से हाथ खींच रहे हैं। अब ऐसा नहीं होगा। छुट्टी के दिन भी मेडिकल सर्विसेज मुहैया कराने के लिए जबावदेही तय करनी होगी। डीएम जगत राज ने सख्त आदेश दिए हैं कि चिकित्सा सेवाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।

टास्क टीम बनाई

डीएम ने छुट्टी के दिनों में मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं अन्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए एक टास्क टीम बनाई है। शहर में एडीएम सिटी एसके दुबे के निर्देशन में टॉस्क टीम काम करेगी तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में संबंधित तहसील के एसडीएम का जिम्मा होगा। टीम में प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा हेल्थ डिपार्टमेंट के अफसर में शामिल होंगे।

होगा औचक निरीक्षण

रविवार के अलावा किसी भी अन्य दिन ओपीडी बंद रखने के आदेश नहीं हैं। समान्य दिनों में ओपीडी जहां 2 बजे तक चलती है तो वहीं गजटेड हॉलीडे पर 12 बजे तक ओपीडी का प्रावधान है। देखने में आया है कि छुट्टी के दिन न सिर्फ डॉक्टर ओपीडी से गायब रहते हैं बल्कि नर्सेस एवं टेक्नीकल स्टॉफ भी ताला लगाकर छुट्टी मनाता है। आकस्मिक सेवाओं का हाल यह है कि मेडिकल कॉलेज समेत सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी में स्टॉफ के नाम पर वार्ड ब्वाय ही रहता है। टॉस्क टीम सनडे समेत गजस्टेड हॉलीडे को औचक निरीक्षण करेगी। मरीजों से बात करेगी और सुविधाओं का मुआयना करेगी। प्राइमरी स्टेज पर 8 सदस्यीय टॉस्क टीम को यह जिम्मा डीएम ने सौंपा है।

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आमतौर पर देखा गया है कि छुट्टी के दिन ड्यूटी डॉक्टर और नर्सेस गायब रहते हैं। यहां तक कि इमरजेंसी सर्विसेज भी बाधित रहती हैं। टॉस्क टीम लगातार निरीक्षण कर छुट्टी के दिनों में मेडिकल सर्विसेज मुहैया कराई जाएंगी।

जगत राज, डीएम, मेरठ