इंटरनेट से इमेज लेकर छाप रहे थे एनसीआरटी की नकली किताबें

एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए 12 लोगों को पकड़ा, मालिक फरार

Meerut । नकली दवाएं, नकली स्पो‌र्ट्स गुड्स और स्पेयर पा‌र्ट्स के बाद अब मेरठ नकली बुक्स का भी हब बनता जा रहा है। इस क्रम में शुक्रवार को एसटीएफ ने परतापुर क्षेत्र के एक गोदाम में छापा मार कर एनसीईआरटी की 35 करोड़ की नकली किताबें बरामद की। टीम ने मौके से बारह लोगों को हिरासत में लेते हुए नकली किताबों के इस कारोबार का खुलासा किया। मौके पर टीम ने एनसीईआरटी के आला अधिकारियों से संपर्क भी किया लेकिन देर शाम तक एनसीईआरटी का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।

एसटीएफ और पुलिस की छापेमारी

गौरतलब है कि एनसीईआरटी कोर्स की किताबों के प्रकाशन का अधिकार दिल्ली के कुछ चुनिंदा प्रकाशकों को ही है। इसके अलावा कहीं भी एनसीआरटी की किताबों का पब्लिकेशन नही हो सकता है। ऐसे में शुक्रवार को एसटीएफ ने फर्जी प्रकाशन की सूचना पर परतापुर थाना अंतर्गत एक गोदाम में मेरठ पुलिस की टीम के साथ छापेमारी की। इस दौरान गोदाम में भारी मात्रा में एनसीआरटी की किताबों का स्टॉक मिला और मौके पर किताबों की बाइडिंग करते हुए कर्मचारी भी मिले। पुलिस को देख कुछ लोग भाग खड़े हुए, जबकि पुलिस ने मौके से 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूरा गोदाम सील कर दिया गया है।

35 करोड़ की नकली किताबें

पुलिस के अनुसार गोदाम से करीब 35 करोड़ की किताबें और प्रिटिंग मशीनें बरामद कीं गई हैं, जिन पर एनसीआरटी के लोगों से लेकर कवर पेज पर एनसीआरटी तक प्रिंट था। सचिन गुप्ता नाम का व्यक्ति प्रिंटिंग मशीन लगाकर इन नकली एनसीईआरटी की किताबों को तैयार कर रहा था। मौके से 12 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। आरोपी सचिन का यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में डीलरों से संपर्क है, जिनके माध्यम से यह किताबें बाजार में बेची जाती थी। अधिकांश किताबें 9 से 12वीं तक की फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ की बरामद हुई है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि एनसीआरटी की किताबें इंटरनेट पर मौजूद हैं वही से इनके पेज का प्रिंट लेकर किताबों को छापा जा रहा था। देर शाम तक एसटीएफ मामले की जांच में जुटी रही और आरोपी सचिन गुप्ता की तलाश के लिए टीमें लगा दी गई है।

करीब 35 करोड़ की किताबें बरामद हुई है। एक दर्जन से अधिक कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। गोदाम सील कर दिया गया है और मुख्य आरोपी सचिन गुप्ता की तलाश के लिए टीमें बना दी गई हैं। पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है।

- अजय साहनी, एसएसपी