अर्बन मोबिलिटी इंडिया कांफ्रेंस में पहुंचे एमडीए वीसी समेत अधिकारी

आरआरटीएस, मेट्रो पर हुआ डिस्कशन, लाइट मेट्रो भी हो सकता है विकल्प

Meerut : लखनऊ में आयोजित अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) कांफ्रेंस और एक्सपो में यूपी के शहरों की मोबिलिटी को स्पीड देने पर मंथन हुआ। लखनऊ के गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित इस कांफ्रेंस में महंगी मेट्रो के स्थान पर शहरों में लाइट मेट्रो, इलेक्ट्रिक बसों के संचालन पर जोर दिया गया। दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) ने कांफ्रेंस में तालियां बटोरी तो वहीं मेरठ मेट्रो पर चर्चा हुई। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस कांफ्रेंस का शुभारंभ किया।

मेट्रो का विकल्प तलाश रहे

एमडीए वीसी राजेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि शहरों मे मोबिटिली को स्मूथ करने के लिए कांफ्रेंस में कई प्रस्तावों पर चर्चा हुई। मंहगे मेट्रो प्रोजेक्ट के स्थान पर लाइट मेट्रो, इलेक्ट्रिक बसों के संचालन पर जोर दिया गया। कांफ्रेंस में आरआरटीएस से मेरठ समेत वेस्ट यूपी के विकास की संभावनाओं पर चर्चा हुई। एक्सपर्ट्स ने बताया कि आरआरटीएस, मेट्रो से न सिर्फ ट्रांसपोर्ट की समस्या का समाधान होता है बल्कि इससे शहर और क्षेत्र का चहुमुखी विकास होता है। केंद्रीय मंत्री आवासन हरदीप पुरी, केंद्रीय सचिव आवास डीएस मिश्रा समेत वरिष्ठ अधिकारियों ने यूपी के एक-एक शहर की मोबिलिटी को बेहतर बनाने की संभावनाओं का खंगाला। विदेशी डेलीगेट्स ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट, साइकिल के यूज पर अपने अनुभव साझा किए। एमडीए वीसी के अलावा चीफ इंजीनियर दुर्गेश श्रीवास्तव, चीफ टाउन प्लानर इश्तियाक अहमद ने इस कांफ्रेस में मेरठ का प्रतिनिधित्व किया। बता दें कि यह आवास और शहरी मंत्रालय का एक वार्षिक कार्यक्रम हैं जिसके 12वें संस्करण का शुक्रवार को उद्घाटन हुआ। यह आयोजन 3 दिवसीय है।