91 वार्ड हैं मेरठ नगर निगम में
1305429 जनसंख्या है शहर की
21593 लोगों ने दिया फीडबैक
2314.59 अंक मिले मेरठ निगम को
रैंक 2020
देश - 41
प्रदेश - 7
नॉर्थ जोन - 41
बीते बरसों की रैंक
2019 -- 286
2018 --- 323
2017 ---339
Meerut । गुरुवार को जारी हुए स्वच्छता सर्वेक्षण में नगर निगम की उछाल वाकई काबिल-ए-तारीफ है। निगम बीते साल की 286 रैंक के मुकाबले 245 रैंक का सुधार करके 41वां सबसे साफ नगर निगम बन गया है। यह रैंक देश में 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में हासिल हुई है। प्रदेश में मेरठ का स्थान 7वां है। इस साल रैंकिंग में देशभर के 4273 नगर निकाय शामिल हुए थे।
तीन बार सर्वेक्षण का फायदा
इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में कुछ बदलाव किए गए थे। इस बार शहरों की जनसंख्या के हिसाब से अलग-अलग श्रेणियां तय की गई थीं। इससे पहले जनवरी में सर्वेक्षण शुरू होता था, जिससे अधिकारी केवल एक महीने पहले ही तैयारी करते थे और तभी शहर को चमका दिया जाता था। लेकिन इस साल यह सर्वेक्षण तीन चरणों में हुआ। ऐसे में शहर को पूरे साल साफ रखने की जिम्मेदारी निगम अधिकारियों पर आ गई। लोगों में स्वच्छता की आदत बने, इसके लिए भी लोगों को प्रेरित किया गया। इसके लिए वॉल पेंटिंग, जागरुकता वाहन आदि माध्यमों को अपनाया गया।
लगातार परफॉर्मेस से मिले अंक
अंतिम तिमाही में 25 प्रतिशत अंक पहली दो तिमाही के नतीजों के भी जुड़े। पिछले साल 31 दिसंबर को इन दो तिमाहियों के नतीजे घोषित हुए थे। इनमें मेरठ का अच्छा प्रदर्शन होने से फायदा मिला। तीसरे चरण में लोगों का फीडबैक सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण था। अंतिम तिमाही का सर्वेक्षण इस साल 4 जनवरी से 31 जनवरी तक चलाया गया था।
नहीं मिली स्टार रेटिंग
मेरठ नगर निगम को स्टार रेटिंग नहीं मिल सकी है, जबकि खुले में शौच मुक्त की रेटिंग में इस रिसर्टिफाइड ओटीएफ श्रेणी में रखा गया है।
अलग-अलग तिमाही में मेरठ के अंक
पहली तिमाही -- 542.32
दूसरी तिमाही -- 200
तीसरी तिमाही -- 836
चौथी तिमाही -- 736.27
कुल अंक -- 2314.59
ये थे निर्धारित अंक
कुल अंक - 6000
सिटीजन फीडबैक
- 1500 में से 736.27 (704.78 सीधे जवाब, 31.5 स्वच्छता ऐप पर)
डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन - 1500 में से 836
सर्विस लेवल प्रोग्रेस - 1500 में से - 542.32
सर्टिफिकेशन - 1500 - 200
कुछ ऐसे थे फीडबैक के सवाल
- क्या आप जानते हैं कि आपका शहर स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में भाग ले रहा है?
- क्या आप जानते हैं कि आपका शहर खुले में शौच मुक्त एवं कचरा मुक्तस्थिति में आ रहा है?
- क्या आपको निगमकर्मियों द्वारा हमेशा सूखा एवं गीला कचरा अलग अलग देने को कहा जाता है?
- क्या आपको लगता है कि आपके शहर की सड़कों के किनारे उचित रूप से पौधे लगे हुए हैं?