एक चूक होने से भी आप बन सकते हैं कोरोना के शिकार

रिकवर होने के बाद मरीजों ने सुनाई आपबीती

तमाम सावधानियों के बाद भी लोग आ रहे चपेट में

Meerut । कोरोना वायरस लोगों के साथ लुका-छुपी का गेम खेल रहा है। बचाव के तमाम इंतजाम होने के बावजूद कुशल शिकारी की तरह से अचानक से हमला बोल दे रहा है और लोगों की समझ में नहीं आ रहा कि वह कैसे पॉजिटिव हुए। रिकवर होने के बाद मरीजों से बातचीत में पता चला की अंजाने में मामूली सी चूक के चलते वह वायरस की जकड़ में आ गए थे।

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ऐसे हूई चूक

रिकवर होने के बाद आशा (काल्पनिक नाम) ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए हर संभव तरीके अपना रही थी। यहां तक की हर 10 मिनट में हैंड वॉश और सेनेटाइजेशन उसकी आदत में शुमार हो गया था। बावजूद इसके वह पॉजिटिव हो गई। आशा को काफी हैरानी हुई। वह किसी के संपर्क में भी नहीं आई थी। फिर गौर किया तो पता चला की एक दिन उन्होंने मेड से सब्जी मंगवाई थी और कैरी बैग पकड़ लिया था। इसके अलावा सुरेश (काल्पनिक नाम) भी पिछले महीने कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। हालांकि वह इससे बचाव के लिए पूरी सावधानी बरत रहे थे। ऐसे में उन्हें समझ नहीं आया कि चूक कहा हुई। एहसास हुआ कि वह ऑफिस में लंच टेबल का यूज कर रहे थे।

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अलर्ट होना बेहद जरूरी

मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए अलर्टनेस बहुत जरूरी है। ये हवा या किसी भी सतह पर मौजूद रहता है। इंसान के टच में आते ही मुंह और नाक के रास्ते बॉडी में एंटर करता है। ये वायरस नाक की झिल्ली और गले में कब्जा जमा लेता है। इंफेक्शन होने के 2 से 14 दिन में इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है। कई बार तमाम सावधानियों के बावजूद लोग इसकी जद में आ जा रहे हैं। ऐसे में बचाव और सावधानी ही एकमात्र विकल्प है।

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वायरस करता है तेजी से वार

डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना वायरस बहुत तेजी से शिकार करता है। इंफेक्शन स्प्रेड होने में चंद सेकेंड्स ही लगते है। वायरस बॉडी में घुसकर स्वस्थ कोशिकाओं को संक्रमित कर देता है और तेजी से कॉलोनियां डेवलप करने में जुट जाता है। सैकड़ों की संख्या में डेवलप होने के बाद ये पूरे शरीर में फैल जाता है। इसके बाद प्रोटीन को कोशिकाओं पर चिपका देता है। वायरस के बॉडी में फटने की वजह से स्वस्थ कोशिकाएं मरने लगती हैं और बॉडी बीमार हो जाती है।

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ये हो सकते है लक्षण

थकान

सूखी खांसी

फीवर

शरीर का टूटना

जोड़ों या शरीर में दर्द

गले में सूजन

डायरिया

हैडेक

टेस्ट लॉस, स्मैल लॉस

त्वचा पर रेशेज

सांस लेने में तकलीफ

चेस्ट पेन

लॉस ऑफ स्पीच

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कोरोना वायरस की स्प्रेड होने की क्षमता काफी तेज है। ट्रांसिमशन सेकेंड्स में हो सकता है। संक्रमित मरीज के एक किमी के दायरे में आने में संक्रमण का खतरा कई गुना तक बढ़ जाता है।

डॉ। वेद प्रकाश, ओएसडी, मेरठ