दिल्ली से हरिद्वार जा रहा था इंडियन आयल कंपनी की गैस से भरा कैप्सूल आकार का कंटेनर

दो हाइड्रा मशीन से कंटेनर को सीधा कर हाईवे से हटाया, तीन थानों की पुलिस के छूटे पसीने

दस घंटे लगा भीषण जाम, परेशान रहे लोग

Meerut। दिल्ली से हरिद्वार को इंडियन आयल कंपनी की गैस से भरा कैप्सूल आकार का कंटेनर शुक्रवार आधी रात को मोदीपुरम फ्लाईओवर के नीचे एक बाइक सवार को बचाने के चक्कर में फ्लाईओवर की दीवार से टकरा गया। टक्कर लगते ही 17 हजार किलो गैस से भरा कैप्सूल कंटेनर हाईवे के बीच गिर गया। नाइट कफ्र्यू होने की वजह से रात में ट्रैफिक की अधिक परेशानी नहीं हुई, मगर सुबह सात बजे से लगा जाम शाम पांच बजे कंटेनर हटने के बाद ही खुला। दोनों तरफ करीब तीन किमी लंबा जाम में फंसे वाहन रेंगते हुए आगे बढ़ रहे थे।

कंटेनर में सिर्फ ड्राइवर था

दिल्ली में इंडियन आयल कंपनी के सेल्स अधिकारी गौरव दत्त ने बताया कि शुक्रवार रात में 17 हजार रसोई गैस भरकर कैप्सूल आकार का कंटेनर हरिद्वार के लिए चला था। कंटेनर में सिर्फ ड्राइवर था। यह कंटेनर दिल्ली में कलंदीकुंज स्थित मदनपुर खादर निवासी सरदार खाला सिंह की ट्रांसपोर्ट कंपनी का था। आधी रात को जब कंट्रेनर मोदीपुरम फ्लाईओवर के पास पहुंचा, तभी एक बाइक सवार युवक को बचाने के चक्कर में ड्राइवर का स्टेय¨रग से नियंत्रण हट गया और कंटेनर फ्लाईओवर की दीवार से टकराकर हाईवे पर पलट गया। घायल होने से ड्राइवर भी कंटेनर में फंस गया।

आग लग गई

टक्कर से ट्रक के अगले हिस्से में आग लग गई थी। रात में मोदीपुरम चौकी पर तैनात सिपाही संदीप कुमार ने अकेले ही बाल्टी में पानी और रेत को आग पर डालकर किसी तरह आग बुझाई और ड्राइवर को बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया। इस बीच पुलिस ने हाईवे के ट्रैफिक को दूसरी रोड से दौराला की ओर रवाना किया। मगर, शनिवार सुबह सात बजे नाइट कफ्र्यू हटते ही हाईवे पर वाहनों की संख्या बढ़ गई। उसके बाद ऐसा सिलसिला चला कि शाम तक वाहन मोदीपुरम फ्लाईओवर, कंकरखेड़ा की ओर, दौराला साइड और रुड़की रोड पर वाहनों की कतार लग गई। तीन थानों की पुलिस, ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगाई गई। फायर ब्रिगेड भी तैनात की गई। शाम पांच बजे हाईवे से कंटेनर हटने के बाद ही ट्रैफिक सुचारू रूप से चल पाया। एसपी सिटी विनीत भटनागर भी मौके पर पहुंचे और कंटेनर को हटवाकर ट्रैफिक खुलवाने को कहा।

कैप्सूल फटता तो तबाही मचती

इंडियन आयल कंपनी के गौरव दत्त ने बताया कि हाईवे पर गिरने से कैप्सूल में थोड़ी लीकिज है, जिससे गैस का माइनर रिसाव हो रहा है। कैप्सूल में 17 हजार किलो गैस भरी हुई थी। ऐसे में अगर गिरने से कैप्सूल फट जाता तो तीन किमी के दायरे में तबाही मचा सकता था। इसी वजह से जल्दबाजी में कंटेनर को जल्दबाजी में नहीं हटाया। दिल्ली से आई एक्सपर्ट की टीम ने रिसाव को बंद किया, जिसके बाद दो हाइड्रा मशीन से कंटेनर को साइड में किया। अधिकारी ने कहा कि कंटेनर को वापस दिल्ली ले जाया जाएगा।