जिले में पहुंचीं 3 ट्रूनेट मशीन

मरीजों को मिलेगा जल्दी इलाज

Meerut । टीबी के मरीजों को अब जिले में बेहतर और जल्दी इलाज मिल सकेगा। जिला टीबी विभाग को शासन की ओर 3 ट्रूनेट मशीनें मिल गई हैं। इनका फायदा यह होगा कि टीबी की जांच से ज्यादा सटीक नतीजे मिल सकेंगे। वहीं जांच रिपोर्ट भी तुरंत मिल सकेगी।

तीन लैब में लगेंगी

जिला क्षयरोगअधिकारी (डीटीओ) डॉ। एमएस फौजदार ने बताया कि शासन की ओर से मिली मशीनों को अलग- अलग डीएमसी में लगाया जाएगा। ये मशीनें तारापुरी पीएचसी, साबुन गोदाम पीएचसी और रजपुरा पीएचसी में लगाई जाएंगी। अभी तक जिले के 42 टीबी जांच केंद्रों पर सिर्फ माइक्रोस्कोपिक जांच होती थी, जिससे रिफाम्पिसिन रेसिस्टेंस का पता नहीं चल पाता था। इन मशीनों के माध्यम से अब मरीज के सैंपल हायर लैब में नहीं भेजने होंगे।

जिले में नहीं चलेगा एएफसी अभियान

लॉकडाउन के दौरान जिले में पिछले 6 महीने से बंद पड़े टीबी के एक्टिव फाइडिंग केस अभियान को अभी भी हरी झंडी नहीं मिली है। यह अभियान प्रदेश के 31 जिलों में एक नवंबर से शुरू होगा। इनमें मेरठ शामिल नहीं है। डीटीओ डॉ। फौजदार ने बताया कि टीबी के छिपे मरीजों को सामने लाने के लिए यह अभियान हर तिमाही चलाया जाता है। इस दौरान 200-250 मरीज सामने आते हैं।