इलाज में लापरवाही पर होगी कड़ी कार्यवाही

- नोडल अधिकारी ने जिला प्रशासन, मेडिकल कॉलेज प्रशासन व स्टाफ को मीटिंग में दिए कड़े निर्देश

Meerut । जिले में कोविड-19 के बिगड़ते हालातों और लगातार हो रही मौतों पर सीएम योगी कड़ी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। इसके मद्देनजर मेडिकल कॉलेज प्रशासन और स्टाफ को कड़ी चेतावनी भी दी गई है। बुधवार को नोडल अधिकारी आबकारी आयुक्त पी। गुरु प्रसाद ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन और स्टाफ के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि सभी डॉक्टर्स और स्टाफ को शासन की मंशा के अनुरुप काम करना है। अगर इसमें जरा भी लापरवाही मिलती है तो कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने ये भी कहा कि किसी भी मरीज की मौत मेडिकल की लापरवाही से नहीं होनी चाहिए।

बैठक में एसएसपी अजय साहनी, केजीएमयू के डॉ। शरद चंद्रा, अपर जिलाधिकारी नगर अजय तिवारी, एसपी सिटी डॉ। अखिलेश नारायण सिंह, सीएमओ डॉ। राजकुमार, प्रिंसिपल डॉ। एसके गर्ग, डॉ। पीपी सिंह, डॉ। टीवीएस आर्य, डॉ। एसपी सिंह सहित अन्य डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहा।

लिया जा रहा फीडबैक

नोडल अधिकारी ने बैठक में सभी को स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंगलवार को कोरोना वायरस से 6 मरीजों की मौत हुई। शासन ने इस पर जांच बैठा दी है। सभी मृतकों के परिजनों से बात की जा रही है। जो मरीज ठीक होकर घर चले गये हैं, उनके घर जाकर व सर्किट हाऊस में मुलाकात कर फीडबैक लिया जा रहा है। वहीं ठीक हुए मरीजों, मृतकों के परिजनों से शासन स्तर से भी मोबाइल पर फीडबैक लिया जा रहा है। ऐसे में मेडिकल प्रशासन, इलाज और वर्किग प्रोसेस में पूरी निष्ठा व पारदिर्शता के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि कोरोना से मृत्यु दर को कम करना जरूरी है।

ड्यूटी से किया मना तो कार्यवाही

नोडल अधिकारी ने प्रिंसिपल डॉ। एसके गर्ग को निर्देश दिए कि सभी डॉक्टर्स व पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाएं। अगर कोई ड्यूटी करने से मना करता है तो उसके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के संदर्भ में भविष्य में कितने मरीज आ सकते हैं और उनका किस प्रकार इलाज करना है, इसका वर्किग प्लान तैयार किया जाए और इसके अनुरुप ही काम किया जाए।

हो सकता है मुकदमा: डीएम

डीएम अनिल ढींगरा ने बैठक में कहा कि महामारी का समय है और ऐसे में सभी को मिलकर कार्य करना है। ड्यूटी में लापरवाही पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है। वहीं डीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि एडीएम सिटी व एसपी सिटी हर दो दिन में मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। अगर किसी को परेशानी है तो उन्हें तुरंत बता दें, निस्तारण तुरंत किया जाएगा। डीएम ने कहा कि प्रशासन मेडिकल कॉलेज के साथ है।

ये भी दिए निर्देश

- सभी मरीजों को अच्छी गुणवत्ता का भोजन समय से उपलब्ध हो।

- कोविड वार्ड व सभी वार्डो की साफ-सफाई नियमित रूप से हो, इसको सुनिश्चित किया जाए।

- चिकित्सक व स्टाफ आमजन की उ मीदों पर खरा उतरे।

- अगर व्यवस्थाओं में सुधार नहीं होता है या शिकायत मिलती है और जांच के बाद आरोप सही पाए जाते हैं तो संबंधित व्यक्ति के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के लिए शासन को लिखकर भेजा जाएगा।

सीएम ने किए ट्वीट

मेरठ मंडल के बिगड़ते हालातों को लेकर बुधवार को सीएम ऑफिस से भी ट्वीट किए गए। सीएम ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य और चीफ सेक्त्रेट्ररी यूपी को मेरठ मंडल की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। वहीं सीएमओ को भी क्षेत्र के अस्पतालों का निरीक्षण करने के लिए कहा है। सतर्कता बरतने के साथ ही मंडल में प्रभावी ठोस कार्य योजना और बेडों की संख्या दोगुनी करने के निर्देश दिए हैं।