33.2 फीसद को लगा टीका, अपर मुख्य सचिव ने टीकाकरण-सैंपलिंग पर दिया जोर

अपर मुख्य सचिव ने बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के साथ की वीडियो कांफ्रेंसिंग

बुधवार को 34 सत्र में 4900 को लगना था टीका, इसके सापेक्ष 1625 ने लगवाई वैक्सीन

Meerut। कोरोना संक्रमण से मुक्ति का टीका लगवाने के लिए कम लोग पहुंच रहे हैं। कई जगहों पर कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच टीका लगाने की अनदेखी लोगों को संकट में डाल सकती है। बुधवार को 4900 लोगों को टीका लगना था लेकिन महज 33.2 फीसद यानि 1625 लोगों ने वैक्सीन लगवाई। वहीं कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर विभाग के अपर मुख्य सचिव ने शाम में वीडियो कांफ्रेंसिंग कर टीकाकरण के अलावा सैंपलिंग व जांच पर जोर दिए जाने के निर्देश दिए हैं।

ये है स्थिति

मंगलवार को महज 34 फीसद लोगों ने टीका लगाया था, बुधवार को घटकर 33.2 फीसद लोगों ने ही टीका लगवाया। ऐसे में अभियान से पड़ने वाला अपेक्षित असर भी प्रभावित हो सकता है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग भी चिंतित है। सीएमओ डा। अखिलेश मोहन ने बताया कि बुधवार को कुल 55 केंद्रों में से 34 सत्र आयोजित हुए। 4900 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था, इसके सापेक्ष 1625 लोग टीका लगवाने पहुंचे। जिसमें 45 से 59 साल की आयु के 386 लोगों ने वैक्सीन लगवाई। वहीं, 60 साल ऊपर आयु के 1239 लाभार्थियों ने वैक्सीन ली। सरकारी 15 केंद्रों पर बने बूथों पर 3000 के सापेक्ष 1079 और निजी 40 केंद्रों में से 19 केंद्रों पर 546 यानि 32.1 फीसद को ही वैक्सीन लगी। ज्यादातर सरकारी केंद्रों पर 200 के सापेक्ष 50 फीसद से भी कम लोग टीका लगवाने पहुंचे। जिसमें माछरा सीएचसी पर 200 के लक्ष्य के सापेक्ष महज नौ ने ही यानि 4.5 फीसद को टीका लगा। इसके अलावा 200 के सापेक्ष अन्य केंद्रों में सीएचसी सरूरपुर में 29, खरखौदा में 39 और जानी खुर्द में 40 ने ही वैक्सीन लगवाई। यह अपने लक्ष्य के सापेक्ष आधे से भी आधे फीसद के आंकड़े को नहीं छू सके।

मरीजों पर विशेष नजर

कोरोना की लहर की वापसी को देखते हुए एक बार फिर सिटी रेलवे स्टेशन पर शहर के बाहर से आने वाले लोगों की कोरोना जांच शुरु हो गई है। खासतौर पर जिन राज्यों में कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है वहां से आने वाले मरीजों को बिना जांच के शहर में प्रवेश नही दिया जा रहा है।

यात्रियों की चेकिंग

फिलहाल महाराष्ट्र और पंजाब में कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है ऐसे में इन दोनो राज्यों से आने वाली ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों की स्टेशन पर ही कोरोना जांच की जा रही है। कोरोना पॉजीटिव यात्रियों को तुरंत क्वारनटीन कराया जा रहा है। हालांकि अभी तक स्टेशन पर जांच में कोई यात्री कोरोना पॉजीटिव नही मिला है।