इस्टर्न कचहरी रोड पर न्यू मोहनपुरी का मामला, खाद्य एवं सफाई निरीक्षक के साथ अधिवक्ता ने की अभद्रता

खाद्य एवं सफाई निरीक्षक के साथ अभद्रता पर भड़के सफाई कर्मचारियों ने मौके पर किया हंगामा

पुलिस के सामने अधिवक्ता के पिता ने सहायक नगर आयुक्त से मांगी माफी, नाले में कूड़ा न डालने का भी दिया आश्वासन

Meerut। नाले में कूड़ा फेंकने से रोकने पर नगर निगम के खाद्य एवं सफाई निरीक्षक के साथ कूड़ा फेंकने वाले अधिवक्ता ने अभद्रता कर दी। जिससे गुस्साए नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर हंगामा कर दिया। इससे विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस और निगम के आला अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर मामला संभालना पड़ा।

जुर्माना मांगने पर अभद्रता

मंगलवार दोपहर नगर निगम के खाद्य एवं सफाई निरीक्षक रवि शेखर ने निरीक्षण के दौरान इस्टर्न कचहरी रोड पर न्यू मोहनपुरी के सामने नाले में कूड़ा फेंकता देख एक शख्स को पकड़ लिया। खाद्य एवं सफाई निरीक्षक ने कूड़ा फेंकने के एवज में जुर्माना देने को कहा तो कूड़ा फेंकने वाला शख्स खुद को अधिवक्ता बताते हुए बिफर गया और सफाई निरीक्षक के साथ अभद्रता शुरू कर दी। इस पर दोनों के बीच विवाद हो गया। विवाद के दौरान अधिवक्ता ने सफाई निरीक्षक रवि शेखर के साथ धक्का-मुक्की भी की।

बढ़ गया हंगामा

सफाई निरीक्षक के साथ अभद्रता व धक्का-मुक्की की सूचना मिलने पर नगर निगम के सुपरवाइजर, सफाई कर्मचारी और प्रवर्तन दल सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जसवंत तोमर के नेतृत्व में मौके पर पहुंच गई। प्रवर्तन दल ने मामला शांत कराने का प्रयास किया लेकिन अधिवक्ता के पक्ष में स्थानीय नागरिक आए गए और हंगामा और बढ़ गया। हंगामा बढ़ने पर स्थानीय पुलिस को भी मौके पर बुला लिया गया।

पिता ने मांगी माफी

सूचना मिलते ही सहायक नगर आयुक्त बृजपाल सिंह भी मौके पर पहुंच गए। सफाई कर्मचारी अधिवक्ता के खिलाफ एफआईआर की मांग पर अड़ गए। सफाई कर्मचारियों का हंगामा देखते हुए अधिवक्ता के पिता ने सहायक नगर आयुक्त के सामने माफी मांग ली और भविष्य में नाले में कचरा न डालने का आश्वासन देकर मामला शांत कराया।

मीना बाजार में चला अतिक्रमण अभियान

फोटो- पी नाम से

मेरठ। प्रवर्तन दल ने मंगलवार को मीना बाजार में सड़क से अतिक्रमण हटवाया। इस दौरान एक व्यापारी के 45 दुपट्टे जब्त कर लिए गए। शाम को चार अन्य व्यापारियों का सामान जो विगत 10 मार्च को जब्त किया गया था, उसको 900 रुपये जुर्माना वसूल कर छोड़ दिया गया। इसके अलावा मनोज जिंदल नाम के व्यक्ति की शिकायत पर प्रवर्तन दल माधवपुरम पहुंचा। यहां प्रवर्तन दल ने खुद शिकायतकर्ता को ही अतिक्रमण करने पर चेतावनी जारी कर दी। शिकायतकर्ता ने सामग्री सड़क पर फैला कर राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के आदेशों का उल्लंघन किया हुआ था।