देवोत्थान एकादशी के बाद से शुरु हो जाएंगे सभी शुभ कार्य

25 और 30 नवंबर को हैं शादी के शुभ मुहूर्त

1, 7, 8, 9 तथा 11 दिसंबर को बन रहे शादी के शुभ मुहूर्त

Meerut। पांच माह के लंबे समय के बाद शहर में फिर से शहनाई बजेगी। 25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के बाद से मांगलिक कार्य शुरु हो जाएंगे। ज्योतिषों व पंडितों के अनुसार नवंबर और दिसंबर माह में सात शुभ मुहूर्त हैं। काíतक मास के शुक्ल पक्ष एकादशी 25 नवंबर को भगवान विष्णु का शयनकाल समाप्त हो जाएगा। इसे देवोत्थान एकादशी कहते हैं। एकादशी तिथि का आरंभ 25 नवंबर को 2:42 बजे से आरंभ होगा, जिसका समापन 26 दिसंबर को सुबह 5:10 बजे पर होगा।

शुरु होंगे मांगलिक कार्य

श्री बिल्वेश्वरनाथ संस्कृत महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉ। दिनेश दत्त ने बताया कि एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। इस दिन से शादी, मुंडन, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य प्रारंभ होंगे। उन्होंने बताया कि नवंबर में शादी के दो लग्न 25 और 30 नवंबर है। वहीं,दिसंबर 1,7,8,9 तथा 11 तारीख को लग्न हैं। वहीं श्री बाबा औघड़नाथ मंदिर के पंडित श्रीधर त्रिपाठी ने बताया कि पूरे पांच महीनों बाद शुभ कार्यो की शुरुआत हो रही है,

मैरिज हॉल की बुकिंग शुरु

शादी-विवाह को लेकर शहर स्थित मैरिज हॉल की बुकिंग शुरु हो गई है। इसके लिए संचालकों को एडवांस भी दिया जा रहा है। रजबन में शर्मा बैंक्वेट हॉल के ऑनर अमित शर्मा ने बताया कि छह बुकिंग हो चुकी है, जो कम लोगों के अरेंजमेंट की हुई है। वहीं लालकुर्ती आरपीएस गार्डन के ऑनर सन्नी नागपाल ने बताया कि अभी तो तीन बुकिंग है। दो दिसंबर की है एक नवंबर लास्ट की है। शर्मा जी कैटरिंग के संचालक आदित्य शर्मा ने बताया कि उनके पास अभी तक आधा दर्जन शादियों की बुकिंग हो चुकी है। कोविड गाइडलाइन का पूर्णत: पालन किया जाएगा।

इन तारीखों में विवाह के शुभ मुहूर्त

25 नवंबर- बुधवार- देवोत्थान एकादशी

30 नवंबर- सोमवार- काíतक पूíणमा

1 दिसंबर- मंगलवार- अगहन मास कृष्ण प्रतिपदा

7 दिसंबर- सोमवार- अगहन मास कृष्ण प्रतिपदा

8 दिसंबर- मंगलवार- अगहन मास कृष्ण अष्टमी

9 दिसंबर- बुधवार- अगहन मास कृष्ण नवमी

11 दिसंबर-शुक्रवार-अगहन मास कृष्ण एकादशी