कमिश्नर और डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के साथ की समीक्षा बैठक, मेडिकल कॉलेज का किया इंस्पेक्शन

कमिश्नर ने दिए निर्देश, खांसी, सांस फूलना व बुखार के लक्षण पर जांच करवाने के लिए लोगों को करें अवेयर

Meerut। घर-घर सर्वे अभियान के दौरान अब ऑक्सीमीटर से सभी लोगों के शरीर में ऑक्सीजन की माप (एसपीओ-2) तथा थर्मामीटर/थर्मल स्कैनर से बुखार की जांच भी होगी। इसके साथ ही कोविड के मरीज के पूर्व में कराए गए इलाज व ली गई दवाओं की जानकारी भी डॉक्टर्स को लेनी होगी। साथ ही मरीज को अन्य कौन-कौन सी बीमारियां है, इसकी जानकारी भी ली जाएगी। मंगलवार को डीएम के। बाला ने स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कॉलेज प्रशासन के साथ समीक्षा बैठक में ये निर्देश दिए। इस दौरान मंडलीय कमिशनर व डीएम ने मेडिकल कॉलेज का इंस्पेक्शन भी किया। इस अवसर पर सीडीओ ईशा दुहन, अपर जिलाधिकारी नगर अजय तिवारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ। राजकुमार, प्रधानाचार्य एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज डॉ। ज्ञानेंद्र, डॉ। विनय अग्रवाल, कोविड वार्ड प्रभारी डॉ। सुधीर राठी, सर्विलांस अधिकारी डॉ। अशोक तालियान, डॉ। विश्वास चौधरी, डॉ। अर्चना चौधरी, डॉ। धीरज राज बालियान, डॉ। अमित गर्ग, डॉ। विपिन धामा सहित अन्य अधिकारी व चिकित्सकगण उपस्थित रहे।

कमिश्नर ने दिए निर्देश

समीक्षा बैठक में कमिश्नर ने कहा कि शहर को सेक्टर और जोन में बांटकर सर्विलांस होना जरूरी है। इसके साथ ही लोगों को खंासी, सांस फुलना व बुखार के लक्षण होने पर तुरंत अपनी कोरोना जांच करवाने के लिए अवेयर किया जाए। साथ ही ट्रेंड डॉक्टर से दवा लें। एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में कमिश्नर अनीता सी। मेश्राम ने सभी डॉक्टर्स व प्रशासनिक अधिकारियों को ये निर्देश दिए। साथ ही बेहतर सर्विलांस व मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा उन्होंने निगरानी समिति को प्रभावी ढंग से कार्य करने के लिए भी कहा। प्राइवेट अस्पताल में कोरोना के संदिग्ध मरीजों की सूचना प्रशासन व चिकित्सा विभाग को आवश्यक रूप से उपलब्ध करवाने के निर्देश भी कमिश्नर ने दिए। वहीं एंबुलेंस में ऑक्सीजन, मॉस्क, सेनेटाइजर व अन्य चीजों की व्यवस्था करने के लिए भी कहा। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल को आईसीयू बैड पर एक स्टेटस रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा।

ये भी दिए निर्देश

अस्पतालों में दवा व ऑक्सीजन की कमी न हो यह सुनिश्चित किया जाए।

पहले ही आवश्यकतानुसार सब चीजें स्टॉक हो।

मरीज को बेहतर उपचार व भोजन उपलब्ध हो।

वार्डो के अंदर नियमित रूप से सफाई हो।