दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा आयोजित सेमिनार में सहायक नगरायुक्त ने दिया आश्वासन

सेमिनार में व्यापारी संगठन के सदस्यों समेत एनजीओ से जुड़ी महिलाओें ने रखे विचार

50 से अधिक कॉमन टॉयलेट नगर निगम ने बनाए शहर में

7 मीटर चौड़े और 15 मीटर लंबे साइज के टॉयलेट की वजह से आती है दिक्कत

5 नए पिंक टॉयलेट और बनकर तैयार हो जाएंगे अप्रैल तक

20 से ज्यादा स्थानों पर पिंक टॉयलेट बनाने की कार्ययोजना

Meerut। शहर के बाजारों में पिंक टॉयलेट न होने के चलते अक्सर महिलाएं को समस्या से दो-चार होना पड़ता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने महिलाओं की इसी समस्या को दूर करने के लिए पहल की है। खास बात यह है कि यह मुहिम अब रंग ला रही है। पिंक टॉयलेट को अमलीजामा पहनाने और सार्थक रूप देने के लिए संडे को मोहकमपुर स्थित दैनिक जागरण ऑफिस में सेमिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान महिलाओं ने अपने एक्सपीरियंस शेयर किए। इस दौरान सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिंह, शहर के प्रमुख व्यापार संगठन के पदाधिकारी, साथ ही शहर के प्रमुख एनजीओ और लेडीज क्लब से जुड़ी महिलाएं मौजूद रहीं।

मुहिम का समर्थन

पिंक टॉयलेट को लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की मुहिम एक्सक्यूज मी का महिलाओं ने पुरजोर समर्थन किया। इस दौरान सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिंह ने बताया कि अप्रैल माह तक शहर में पांच पिंक टॉयलेट बन जाएंगे। इसके साथ ही एक दर्जन से अधिक स्थानों पर पिंक टॉयलेट बनाने की कार्ययोजना को भी अमलीजामा पहनाया जाएगा।

निजी संस्थाएं करती हैं संचालन

सेमिनार के दौरान महिलाओं और व्यापारियों ने खुले मंच पर पिंक टॉयलेट की समस्या पर गंभीरता से चर्चा की। इस मौके पर समस्या को जल्द दूर करने का आश्वासन सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिंह ने दिया। उन्होंने बताया कि शहर में 50 से अधिक कॉमन टॉयलेट नगर निगम ने बनाए हैं। इनको निजी संस्थाएं संचालित कर रही है। इसमें सुगम समाज, सुलभ इंटरनेशनल, सभ्य समाज जैसी संस्थाएं शामिल हैं। ये पे एंड यूज पर आधारित हैं।

ये आ रहीं समस्याएं

निगम के मुताबिक बजट की कोई कमी नहीं है, लेकिन जगह की उपलब्धता नहीं है।

अगर व्यापार संगठन और एनजीओ अपने तरीके से जगह की व्यवस्था करें, तो निगम पिंक टॉयलेट बनाने को तैयार है।

पिंक टॉयलेट के रखरखाव को लेकर व्यवस्था करनी होती है। इसलिए भी दिक्कत आती है।

सहायक नगरायुक्त के मुताबिक अगर व्यापार संगठन अपने बाजार में जगह चिन्हित करके बताएं तो जगह का मुआयना किया जाएगा।

इन जगहों का निरीक्षण करने के बाद पिंक टॉयलेट का प्रस्ताव तैयार करेंगे।

शहर के कई कंजस्टेड मार्केट में मानक के अनुरूप सात मीटर चौड़ा और 15 मीटर लंबा टॉयलेट बनाने के लिए जगह नहीं मिलती है।

बजट की कमी नहीं

फोटो सहायक नगर आयुक्त

सेमिनार में महिलाओं के सवालों के देते हुए सहायक नगर आयुक्त ने बताया कि पिंक टॉयलेट के लिए बजट की कमी नहीं है। बस जगह की कमी सामने आती है। इसके लिए व्यापारी अपने बाजार में जगह चिंहित कर हमें बता दें हम उन जगह का मुआयना कर पिंक टॉयलेट को बनाएंगे। कई कालेज के बाहर हम पिंक टॉयलेट बनाना चाहते हैं इसके लिए 7 मीटर चौड़ा और 15 मीटर लंबा साइज निर्धारित है। इससे कम भी मिल जाए तो हम कम सीट का टॉयलेट बना देंगे।

व्यापारियों ने दिया आश्वासन

सेमिनार के दौरान शहर के बाजारों में पिंक टॉयलेट बनाने के लिए जगह की समस्या पर भी खुलकर मंथन किया गया। व्यापारियों ने भी नगर निगम को सहयोग करने का आश्वासन दिया। व्यापारियों ने कहाकि बाजार में जगह की कमी बाधा नहीं बनेगी। व्यापारियों ने शहर के बाजारों में पिंक टायॅलेट के लिए जगह के सुझाव दिए। जिस पर सहायक नगरायुक्त ने समर्थन देते हुए इस सप्ताहभर में ही विजिट कर इस मुहिम को आगे बढ़ाने की बात कही।

छोटे टॉयलेट का मॉडल

नगर निगम ने टॉयलेट के लिए 7 बाय 15 साइज का निर्धारण कर रखा है। चर्चा में व्यापारियों ने सुझाव दिया कि जगह की उपलब्धता के हिसाब से छोटे टॉयलेट के मॉडल पर विचार किया जाए। कम सीट वाले छोटे टॉयलेट को बाजारों में आसानी से बनाया जा सकता है। इस पर सहायक नगरायुक्त ने इस मॉडल पर विचार करने का आश्वासन दिया।

होगी जियो टैंगिग

इस दौरान महिलाओं ने भी अपनी समस्याएं रखीं.उन्होंने बताया कि शहर में लेडीज टॉयलेट इतने कम हैं कि उनकी जानकारी भी महिलाओं को नहीं होती है। कम से कम नए लेडीज टॉयलेट कहां कहां बने हैं उनके यह जानकारी दी जाए। इस पर सहायक नगरायुक्त ने कहा कि हम लेडीज टॉयलेट की जियो टैंगिंग की दिशा में काम करेंगे ताकि टॉयलेट की ऑनलाइन लोकेशन मिल सके। उन्होंने बताया कि यह गूगल में स्पष्ट हो जाएगा कि शहर में किस जगह पर पिंक टॉयलेट हैं।

क्वाइन बॉक्स की हो पहल महिलाओं ने लेडीज टॉयलेट की साफ सफाई और रख रखाव के लिए पे एंड यूज सिस्टम को लागू करने को कहा। इस पर महिलाओं ने लेडीज टॉयलेट के बाहर क्वाइन बॉक्स लगाने का सुझाव दिया। जिसमें क्वाइन डालने के बाद ही गेट खुले। इस सुझाव को सहायक नगरायुक्त ने समर्थन दिया। उन्होंने कहाकि इस मुद्दे पर अमल किया जाएगा।

पुलिस चौकी के पास बने पिंक टॉयलेट

इस दौरान महिलाओं ने सुझाव दिया कि महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस चौकी के पास पिंक टॉयलेट बनें, ताकि महिलाएं सुरक्षित महसूस करें। शहर में हर एक किमी पर पुलिस चौकी है ऐसे में निगम को भी आसानी रहेगी पुलिस चौकी के बराबर में पिंक टॉयलेट बनाने में। इसके अलावा बस स्टॉप जिनका प्रयोग नही हो रहा है उनके बराबर में भी पिंक टॉयलेट बनाने का सुझाव दिया गया।

अप्रैल तक मिलेगी सुविधा

सेमिनार में सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिंह ने बताया कि आगामी अप्रैल माह तक शहर में पांच नए पिंक टॉयलेट बनाए जाएंगे।

कंकरखेड़ा शिव चौक फ्लाईओवर के नीचे

सेंट्रल मार्केट सुमित नर्सिग होम के बराबर में

वेदव्यासपुरी में हाइवे पर

मवाना बस स्टैंड

ईदगाह के सामने

यहां तलाशी जाएगी संभावना

मेट्रो प्लाजा

बागपत रोड

जेल चुंगी

बीएवी खेल मैदान, हापुड़ अड्डा

एसके रोड तांगा स्टैंड

सोहराबगेट पुलिस चौकी के पीछे

ईव्ज चौराहे के आसपास

बुढ़ाना गेट पुलिस चौकी के पास

बागपत बस स्टैंड के पास

ट्रांसपोर्टनगर के गेट के पास

देहली गेट पुलिस चौकी

जीआईसी के सामने

यहां बने हैं पिंक टॉयलेट

बेगमपुल नाले की पटरी

तेजगढ़ी चौराहा

एल ब्लॉक चुंगी

रेलवे स्टेशन

टॉयलेट गोद लेने को तैयार एनजीओ

मेट्रो प्लाजा- सारथी सोशल वेलफेयर

बागपत रोड, जेल चुंगी- द ग्रोइंग पीपुल

ये एनजीओ भी तैयार

एलिट क्लब

इनर व्हील कैंट क्लब

ग्रोइंग व‌र्ल्ड फाउंडेशन

फोरएवर लेडीज क्लब

जय भारत मंच

फोर एवर लेडीज क्लब

ग्रोइंग व‌र्ल्ड

व्यापारी जगह देने को तैयार

संयुक्त गढ़ रोड व्यापार समिति के महामंत्री विपुल सिंघल ने बताया कि शहर में बहुत सारी जगह हैं जहां लेडीज टॉयलेट बन सकता है। व्यापारी जगह देने के लिए पूरी तरह तैयार है। शहर में बसों के लिए स्टॉपेज बनाए गए हैं जो यूज में नही हैं वहां पिंक टॉयलेट बना सकते हैं। जीआईसी के सामने खाली जगह है जहां निगम की जमीन पर अतिक्रमण हो चुका है। इस जगह पिंक टॉयलेट बनाया जा सकता है। इसके साथ ही टॉयलेट बनाकर छोड़ देना काफी नही है उनका मेंटिनेंस जरुरी है।

निगम बनाए टॉयलेट, व्यापारी करेंगे रखरखाव

शारदा रोड व्यापार संघ के महामंत्री अमित अग्रवाल ने बताया कि नगर निगम के पास जगह की कमी नहीं है। उन पर अवैध कब्जा है। पूरी शारदा रोड पर एक भी लेडीज टॉयलेट नही है। जबकि वहां बड़ा मार्केट और ग‌र्ल्स कॉलेज है। कम से कम निगम पिंक टायलेट बनवाए हम व्यापारी उस पिंक टॉयलेट के साफ सफाई की जिम्मेदारी लेते हैं। निगम अपनी जगह को अतिक्रमण मुक्त कराकर पिंक टॉयलेट बना सकता हैं।

पुलिस चौकी के पास बने टॉयलेट

नवीन बाजार व्यापार संघ के अध्यक्ष प्रवीण जैन ने बताया कि बुढ़ाना गेट शहर का काफी पुराना बाजार है। बाजार में आने वाली लेडीज को पिंक टॉयलेट न होने के कारण काफी परेशानी होती है। क्योंकि जहां निगम ने अब तक टॉयलेट बनाए हैं वह शहर के बाहर के क्षेत्र में काफी दूर हैं। बुढ़ाना गेट के बाजार में आने वाली लेडीज वहां नही जा सकती। यहां पुलिस चौकी के पास छोटा टॉयलेट बनाया जा सकता है।

अतिक्रमण हटाकर बनाएं टॉयलेट

त्रिमूर्ति व्यापार संघ के अध्यक्ष अकरम गाजी ने बताया कि भगत सिंह मार्केट और हापुड़ अड्डा पर रोजाना हजारों महिलाएं आती हैं। यहां बीएवी क्रीड़ा स्थल के बाहर अतिक्रमण के कारण निगम की जगह गुम हो चुकी है। वहां पिंक टॉयलेट बनाया जा सकता है। इसके अलावा एसके रोड पर तांगा स्टैंड की जगह पर भी पिंक टॉयलेट बनाया जा सकता है।

व्यापारी रखरखाव को तैयार

शारदा रोड संगठन के मंत्री राहुल ने बताया कि पिंक टॉयलेट की शहर के बाजारों में बहुत आवश्यकता है। जगह की कमी को दूर करने में खुद व्यापारी सहयोग करेंगे, लेकिन निगम वहां पिंक टॉयलेट बनवाए और उनकी साफ सफाई के लिए भी ड्यूटी लगाई जाए

क्वाइन सिस्टम से हो एंट्री

इनर व्हील कैंट क्लब की सेक्रेटरी राधिका अत्री ने बताया कि अगर लेडीज वॉशरुम में गेट पर सिक्के वाले सिस्टम से एंट्री हा, तो उसकी साफ सफाई बनी रहेगी। इसके साथ ही आसपास की पुलिस चौकी के अंदर या पास वॉशरुम बन जाए तो उससे महिलाओं की सेफ्टी भी होगी और उनकी समस्या का हल होगा।

बदहाल रहते हैं पब्लिक टॉयलेट

बीजेपी महिला मोर्चा की नूपुर सागर ने कहाकि पुरुषों के लिए जो वॉशरूम है वो यूज ही नही होते है। इसके बावजूद भी उनके लिए ही शहर में अधिक पब्लिक टॉयलेट बनाए गए है। जो बने भी हैं उनमें अक्सर गंदगी पसरी रहती है, जबकि महिलाओं के पिंक टॉयलेट के लिए आज तक सोचा क्यों नहीं गया। ऐसा भेदभाव क्यों है।

बच्चा पार्क में बनें पिंक टॉयलेट

ग्रोइंग व‌र्ल्ड फाउंडेशन की शिखा गुप्ता ने बताया कि बच्चा पार्क शहर का ऐसा सेंटर है जहां पर आसपास कोचिंग, कॉलेज है। टै्रफिक महिला पुलिस भी वहां घंटों खड़ी रहती है। उनको भी लेडीज टॉयलेट की समस्या का सामना करना पड़ता है। वहां भी एक टॉयलेट की व्यवस्था होनी चाहिए।

लेडीज टॉयलेट के लिए सोचा नहीं गया

फोरएवर लेडीज क्लब प्रतिभा कोठारी ने बताया कि लेडीज के लिए पर्सनल टॉयलेट बनवाने के लिए शुरु से ही नहीं सोचा गया है। सुलभ शौचालय की मेरठ में लम्बी कतारें हैं, वो भी इतने गंदे है जहां लेडीज जा नहीं सकती ह.ै ऐसे में लेडीज जाएं तो जाएं कहां।

सभी को मिलकर काम करना होगा

एलिट क्लब की राधिका गौतम ने बताया कि बाजारों में काफी दूर दूर तक लेडीज के लिए कोई टॉयलेट नहीं है। इसको लेकर व्यापारियों को आलाधिकारियों व एनजीओ सभी को मिलकर काम करना होगा, ताकि इस बड़ी समस्या से निजात मिल सकें।

शारदा रोड में बने पिंक टॉयलेट

जय भारत मंच की मोनिका जैन ने कहाकि शारदा रोड पर ग‌र्ल्स कॉलेज है, मेन मार्केट है। यहां पर कॉलेज के पास या बाजार में कही भी काफी ऐसी जगह है एक दो लेडीज टॉयलेट बन सकते हैं। इसको लेकर नगर निगम से हमारी मांग है कि पिंक टॉयलेट बनाने की दिशा में सार्थक कदम उठाएं।

जेल चुंगी पर भी है जरूरत

द ग्रोइंग पीपुल की अदिति चंद्रा ने बताया कि जेलचुंगी पर भी महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट होना चाहिए। इसके साथ ही टॉयलेट की रख रखाव भी होना चाहिए। साफ सफाई होगी तो महिलाएं उसका यूज भी करेंगी। पिंक टॉयलेट के रखरखाव के लिए हमारी एनजीओ भी पूरा सपोर्ट करेगी।

महिलाओं को होती है दिक्कत

सारथी सोशल वेलफेयर की कल्पना पांडे ने बताया कि अक्सर कई बार महिलाओं को बाजार में टॉयलेट की समस्या का सामना करना पड़ता है। वॉशरूम न मिलने के कारण कई बार महिलाओं को दिक्कत होती है। ऐसे में उन्हें गंभीर बीमारी भी हो जाती है।

सार्थक कदम उठाए जाएं

ग्रोइंग व‌र्ल्ड की सीमा गुप्ता ने बताया कि पिंक टॉयलेट बहुत ही अच्छी मुहिम है, लेकिन केवल बातों तक ही ये मुद्दा सीमित रहा तो उसका कोई फायदा नहीं, अगर वास्तव में महिलाओं के लिए टॉयलेट बनेंगे तो ही इस मुहिम का फायदा है।

छोटे टॉयलेट बनवाए जाएं

फोर एवर लेडीज क्लब की अनु साहनी ने बताया कि मैं इस कैम्पेन का पूरा समर्थन करती हूं, बाजारों में जो पहले टॉयलेट बने हुए हैं, उनका भी रखरखाव किया जाए और जो जहां पर टॉयलेट बनाने की जगह कम है वहां पर छोटे टॉयलेट बनवाए जाएं, लेकिन महिलाओं की इस समस्या का हल करा जाए, जो जरुरी है।

बाजारों में होने चाहिए पिंक टॉयलेट

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की बबली ने बताया कि लेडीज टॉयलेट अपने आपमें बहुत बड़ी मुहिम है इस ओर सभी को ध्यान देने की आवश्यकता है। शहर में जगह-जगह लेडीज टॉयलेट होने चाहिए चाहे वो बड़े हो या छोटे उससे फर्क नहीं पड़ता।

सभी मिलकर आगे आएं

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सिमरन कर्दम ने बताया कि मैं लेडीज टॉयलेट न होने की समस्या को बहुत बड़ा मानती हूं, इस मुहिम को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने प्राथमिकता से उठाया है जो सराहनीय है। इसके लिए आलाधिकारियों को शासन को एनजीओ को व्यापारियों को सभी को मिलकर आगे आना होगा ताकि कुछ सार्थक हो सके।