मेरठ जिले में 100 से ज्यादा रोहिंग्या होने की बात एटीएस की जांच में सामने आई
ईरा गार्डन, लक्खीपुरा और अलीपुरा में रोहिंग्याओं को मकान किराए पर देने वालों के नाम जुटा रही एटीएस
मकान किराए पर देने वालों से लेकर वोटर आइडी बनाने वालों तक पर होगी कार्रवाई
रोहिंग्या नूर आलम की धरपकड़ के बाद उसके पूरे गैंग की पड़ताल कर रही है एटीएस
Meerut। ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के ईरा गार्डन में वेस्ट यूपी का सेंटर बनाकर रोहिंग्या को पनाह दी जा रही थी। नूर आलम और उसके चार साथियों की गिरफ्तारी के बाद पूरे रैकेट से पर्दा उठ गया है। एटीएस की टीम ईरा गार्डन, लक्खीपुरा और अलीपुरा में रोहिंग्याओं को मकान किराए पर देने वालों के भी नाम जुटा रही है।
अफसरों पर भी नजर
इसके साथ ही उनकी वोटर आइडी और पासपोर्ट बनवाने में रिपोर्ट लगाने वाले अफसरों के खिलाफ भी एटीएस रिपोर्ट देगी। दरअसल, एटीएस की टीम रोहिंग्या के पूरे गैंग की तलाश कर रही है। नूर आलम ने पूछताछ में मेरठ के अंदर 100 से ज्यादा रोहिंग्या होने का दावा किया है।
भारतीय लड़कियों की तस्करी
गौरतलब है कि हाफिज शफीक, स्माइल, मुफीजुर्रहमान और अजीजुर्रहमान उर्फ अजीज को एटीएस ने चार दिन पहले मेरठ, बुलंदशहर और खुर्जा से गिरफ्तार किया था। हालांकि चारों मेरठ के ईरा गार्डन, लक्खीपुरा और अलीपुरा में रह रहे थे। एटीएस की जांच में सामने आया कि आरोपी भारतीय लड़कियों की मलेशिया में तस्करी भी कर चुके हैं। हाफिज शफीक और मुफीजुर्रहमान के पास से पासपोर्ट भी मिला है, आरोपी विदेशी यात्रा भी कर चुके हैं।
100 से ज्यादा रोहिंग्या
एटीएस के सीओ अतुल यादव ने बताया कि लिसाड़ी गेट के लक्खीपुरा से नूर आलम की गिरफ्तारी के बाद उक्त चार रोहिंग्या के नाम सामने आए थे। पकड़े गए चारों रोहिंग्या से पूछताछ में सामने आया कि मेरठ में 100 से ज्यादा रोहिंग्या छिपे हुए हैं, जो मानव तस्करी का काम करते हैं।
तैयार कर रहे लिस्ट
एटीएस की टीम अन्य रोहिंग्या की तलाश के साथ-साथ उन्हें मकान किराए पर देने वालों की भी सूची तैयार कर रही है। रोहिंग्या से मिले आइडी कार्ड की भी जांच की जा रही है। देखा जा रहा है कि किसकी रिपोर्ट पर उनका वोटर आइडी कार्ड से लेकर पासपोर्ट तक जारी हो गया। इस जांच की आंच कई पुलिसकर्मियों तक भी पहुंचेगी।
एलआइयू को नहीं जानकारी
एटीएस की धरपकड़ के बाद भी पुलिस का खुफिया विभाग सक्रिय नहीं दिखाई दे रहा है। रोहिंग्या को लेकर हर बार पड़ताल की गई। एलआइयू ने कई बार प्रशासन को अपनी रिपोर्ट भी पेश की थी। इसके बाद भी रोहिंग्या के इस नेटवर्क के बारे में जानकारी नहीं दी गई।
हर एंगल पर जांच
सीओ एटीएस अतुल यादव ने बताया कि एटीएस की टीम रोहिंग्या से जुड़े हर एंगल पर काम कर रही है। उन्हें काफी साक्ष्य भी मिले हैं। जल्द ही अन्य रोहिंग्याओं की गिरफ्तारी भी की जाएगी।