बीस घंटे में ही अपहृत प्रिंस को पुलिस ने किया बरामद

पति से विवाद में भाई ने साथ न दिया तो हो गई थी नाराज

सीसीटीवी फुटेज से खुलासा, बच्चे की बुआ समेत तीन गिरफ्तार

Meerut। शुक्रवार को टीपीनगर के देवतापुरम से अपहृत दस साल के बच्चे को पुलिस ने 20 घंटे बाद ही बरामद कर लिया। बच्चे को उसकी बुआ ने ही अपनी सहेली और दोस्त के साथ मिलकर अगवा किया था। दरअसल बच्चे की बुआ का अपने पति से विवाद चल रहा था जिसमें महिला का भाई भी उसकी मदद नहीं कर रहा था। ऐसे में अपने भाई को ब्लैकमेल करने के लिए महिला ने अपने भतीजे को ही किडनैप कर लिया। इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

सीसीटीवी से हुई पहचान

शनिवार को टीपीनगर पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया। एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि शुक्रवार को देवतापुरम में ई-रिक्शा चालक निक्की के 10 साल के बेटे ¨प्रस को घर के बाहर से अगवा कर लिया गया था। इसके बाद पुलिस ने इस मामले की छानबीन करते हुए सीसीटीवी फुटेज में बच्चे को उसकी बुआ सरिता के साथ जाते हुए देख लिया था। सरिता के साथ उसकी सहेली पूजा और एक शख्स नीरज बाइक पर बच्चे को ले जा रहा था। फुटेज के आधार पर पुलिस ने बच्चे को सरिता के घर से बरामद कर लिया।

शास्त्रीनगर से बरामद

पुलिस के अनुसार सरिता ने बच्चे को अपने शास्त्रीनगर स्थित आवास में रखा था। पुलिस ने सरिता के मोबाइल से उसकी लोकेशन पता कर शास्त्रीनगर में छापेमारी कर बच्चे को बरामद कर लिया। पुलिस ने सरिता उसकी सहेली पूजा और नीरज को गिरफ्तार किया।

पति से विवाद, भाई से थी नाराज

सरिता की शादी 2010 में बिहार के सिवान में ओमप्रकाश से हुई थी। ओमप्रकाश और सरिता बिहार से आकर शास्त्रीनगर में किराए के मकान में रह रहे थे। छह साल पहले सरिता ने एक बच्चे वंश को जन्म दिया था। कुछ समय बाद ही दंपती में तकरार हो गई और ओमप्रकाश अपने बेटे वंश को लेकर मेरठ छोड़कर अपने घर बिहार चला गया था। सरिता के भाई निक्की ने उसके बेटे वंश को ओमप्रकाश के साथ जाने दिया था। इस मामले में भाई से मदद नहीं मिलने सरिता नाराज थी और अपने भाई को ब्लैकमेल करने के लिए उसने ¨प्रस को अगवा किया था।

बच्चे को 24 घंटे में बरामद करने वाली पुलिस टीम को दस हजार का इनाम दिया गया है। सरिता और साथियों को जेल भेजा जा रहा है।

अजय साहनी, एसएसपी मेरठ