एसपी सिटी ऑफिस पर सुबह-सवेरे हुई फाइनल मीटिंग

एडीजी, कमिश्नर समेत प्रशासनिक अधिकारी रहे मौजूद

Meerut। अयोध्या प्रकरण पर शनिवार को फैसला आने से पहले शुक्रवार रात से ही शहरभर में पुलिस-प्रशासन अलर्ट हो गया था। जिसके तहत सुबह-सवेरे घंटाघर पर एसपी सिटी ऑफिस में अधिकारियों ने फाइनल मीटिंग की। इसके बाद एडीजी, कमिश्नर, डीएम और एसएसपी समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी समेत भारी पुलिस ने शहर के मुख्य बाजारों में पैदल मार्च किया। वहीं इसके बाद अधिकारियों का कारवां आरएएफ और पीएसी के साथ घंटाघर से होते हुए दिल्ली रोड, रेलवे रोड, ईदगाह, भूमिया का पुल, हापुड़ अड्डे होते हुए आबूलेन पहुंचा। आबूलेन पर एडीजी, कमिश्नर और डीएम-एसएसपी ने फ्लैग मार्च निकालकर शांति का संदेश दिया।

पल-पल का लिया अपडेट

एडीजी प्रशांत कुमार, कमिश्नर अनिता सी। मेश्राम, डीएम अनिल ढींगरा, एसएसपी अजय साहनी, एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह, एसपी ट्रैफिक संजीव वाजपेयी सुबह से ही मोर्चा संभाले हुए थे। सभी जगह पुलिसकर्मियों की ड्यूटी की मॉनिटरिंग भी अधिकारियों द्वारा की जा रही थी। सोशल मीडिया लैब के सहारे गत रात से ही पुलिस-प्रशासन हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर गड़ाए हुए था। एसएसपी हर थाने और सीओ से फोन पर पल-पल पूरे शहर का अपडेट ले रहे थे। हापुड़ अड्डे पर आदर्श सेवा समिति के अध्यक्ष अनस चौधरी अपने समाज के लोगों के साथ खड़े हुए पुलिस प्रशासन का सहयोग कर रहे थे। इस दौरान एडीजी पहुंचे और उन्होंने यहां सुरक्षा में तैनात सिटी मजिस्ट्रेट संजय पांडेय और सीओ कोतवाली दिनेश शुक्ला से हालात का जायजा लिया।

सुबह से ही तैनात थी इंटेलीजेंस

जहां एक ओर शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था को मुकम्मल करने में जुटे थे वहीं इंटेलीजेंस भी शहर के हालात पर नजर बनाए हुए थी। इंटेलीजेंस और एलआईयू संवेदनशील और अति संवेदनशील इलाकों के पल-पल का अपडेट ले रही थी। साथ ही हर पल की जानकारी कंट्रोल रूम को दी जा रही थी। देर रात शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही। एडीजी प्रशांत कुमार के मुताबिक पूरे शहर में शांति व्यवस्था कायम रही। लोगों को सपोर्ट भी हर जगह देखने को मिला।