दिसंबर तक हो सकता है प्लांट का काम पूरा

2 साल से अधर में अटके प्लांट के प्रोजेक्ट को निगम जल्द करेगा पूरा

300 टन कूड़े को रिसाइकिल कर साफ किया जाएगा

Meerut। पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण की फटकार के बाद एक बार फिर नगर निगम ने लोहियानगर में कूड़ा निस्तारण प्लांट की कवायद को तेज कर दिया है। करीब दो साल से अधर में अटके प्लांट के प्रोजेक्ट को अब नगर निगम जल्द पूरा करने में जुटा है। निगम का दावा है कि इस साल दिसंबर तक लोहियानगर में कूड़ा निस्तारण के लिए बैलेस्टिक सेपरेटर प्लांट शुरु हो जाएगा। जिससे रोजाना करीब 300 टन कूड़े को रिसाइकिल कर साफ किया जाएगा।

फटकार के बाद चेता निगम

दरअसल, गत सप्ताह पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण के चेयरमैन डॉ। भूरेलाल ने लोहियानगर प्लांट का औचक निरीक्षण कर निगम को जमकर फटकार लगाई थी। उन्होंने साफ शब्दों में लोहियानगर से कूडे़ का पहाड़ हटाने का आदेश दिया था। इसके बाद नगर निगम के आला अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए और आनन फानन में निगम ने लोहियानगर में प्लांट की शुरुआत करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरु कर दी है। इस टेंडर के फाइनल होने के बाद गांवड़ी के तर्ज पर लोहिया नगर डंपिंग ग्राउंड पर कूड़ा निस्तारण प्लांट लगेगा।

कूडे़ का होगा निस्तारण

इस प्लांट निस्तारण क्षमता 300 मीट्रिक टन प्रतिदिन के करीब होगी। इससे रोजाना प्लांट में आने वाला करीब 700 टन कूड़े का ढेर तेजी से कम किया जा सकेगा। इससे प्रदूषण बोर्ड के आदेश का पालन भी हो जाएगा और निगम को यह कूडे़ का ढेर कहीं और शिफ्ट भी नही करना पडे़गा। इसके साथ ही गांवड़ी के 150 मीट्रिक टन के प्लांट की क्षमता दोगुनी कर 300 मीट्रिक टन करने की भी मंजूरी निगम को गत माह मिल गई थी। इसके बाद यह उम्मीद है कि शहर का कूडा तेजी से कम हो सकेगा।

तेजी से घटेगा कूड़ा

गौरतलब है कि महानगर से रोजाना 800 से 1000 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है। एनजीटी के आदेशानुसार कूड़े का निस्तारण रोजाना होना चाहिए। लेकिन अक्तूबर 2019 तक नगर निगम कूड़े का निस्तारण नहीं कर पाया था। जिसके चलते गांवड़ी और मंगतपुरम के अलावा लोहियानगर में भी कूड़े की पहाडि़यां बननी शुरू हो गईं है। एनजीटी से कई बार फटकार लगने के बाद निगम ने दिसंबर 2019 में गांवड़ी में 150 मीट्रिक टन क्षमता का कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाया। जिसका संचालन हो रहा है अब लोहियानगर में प्लांट शुरु करने के लिए निगम ने टेंडर प्रक्रिया शुरु कर दी है।

प्लांट के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरु की जा चुकी है। इसके लिए शासन को डीपीआर भेजी जा चुकी है। इस साल के अंत तक यहां प्लांट शुरु हो जाएगा।

डॉ। गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी