कोहली को बनाया विराट

विराट ने जब टीम इंडिया में एंट्री नहीं की थी। यह होनहार क्रिकेटर आर्थिक हालात से मजबूर था। तब विराट का हाथ बीडीएम ने ही थामा था। बीडीएम ने ही विराट की प्रतिभा को पहचानकर उसे स्पांसर किया था। अंडर-19 विश्व कप सहित अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर के शुरुआत तक विराट कोहली बीडीएम के बल्ले से ही रन बरसाते रहे। एक चैनल को दिए इंटरव्यू में खुद विराट ने बीडीएम के योगदान की बात स्वीकारी थी।

जब चमकी बीडीएम

बीडीएम ने बनाया कोहली को ‘विराट’

बीडीएम का नाम पहली बार 1983 विश्व कप के दौरान हुआ था। विश्वकप विजेता भारतीय टीम के कई खिलाड़ी तब बीडीएम के बल्ले से ही खेले थे। मोहिन्दर अमरनाथ, कपिल देव, चेतन शर्मा, रवि शास्त्री, संदीप पाटिल जैसे खिलाड़ी इसी कंपनी के बल्ले का इस्तेमाल करते थे। बाद में मोहम्मद अजहरुद्दीन, नवजोत सिंह सिद्धू जैसे खिलाड़ी भी इसी बल्ले से खेले।

आए थे वेस्ट इंडियंस

बीडीएम ने बनाया कोहली को ‘विराट’

पिछले साल वल्र्ड कप के दौरान वेस्टइंडीज की टीम के दिनेश रामदीन समेत कई खिलाड़ी बीडीएम कंपनी पहुंचे थे, उन दिनों पाकिस्तान के खिलाड़ी शोएब मलिक भी मेरठ स्थित बीडीएम की फैक्ट्री पर पहुंचे थे। श्रीलंका, वेस्टइंडीज, केन्या, जिम्बाब्वे, बांग्लादेश सहित कई देशों के खिलाड़ी अब तक बीडीएम के प्रोडक्टस का ही इस्तेमाल करते रहे हैं।

बीडीएम ने बनाया कोहली को ‘विराट’

बीडीएम ने बनाया कोहली को ‘विराट’

Story By : NIKHIL SHARMA