मेरठ, (ब्यूरो)। सीएमओ डॉ.अखिलेश मोहन ने बताया कि नवंबर में डेंगू और मलेरिया के मरीजों के आंकड़ों में कमी आई है। विभाग की ओर से डेंगू को कंट्रोल करने के लिए शहर के संवेदनशील इलाकों में फॉगिंग की जा रही है। उन्होंने कहाकि शहरवासी कुछ और दिन तक सतर्कता बरतें तो जल्द ही डेंगू पर कंट्रोल पा सकेंगे।

मरीजों की संख्या थमी
स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो नवंबर अंत तक मेरठ डेंगू फ्री सिटी हो जाएगा। इस सप्ताह डेंगू के आधा दर्जन के केस के करीब पहुंच गया है। जबकि डेंगू की शुरुआत में गत माह एक दिन में 40 से 45 डेंगू के मरीज सामने आ रहे थे।
5 साल का तोड़ा था रिकार्ड
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस साल जिले में सबसे ज्यादा डेंगू के मामले दर्ज किए गए। आंकडों के मुताबिक इस साल जिले में पिछले पांच साल से अधिक डेंगू के मरीज सामने आए। एक तरह से डेंगू के मरीजों ने पिछले पांच साल का रिकार्ड तोड़ दिया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पिछले 5 सालों में मेरठ में कुल 1230 डेंगू मरीज मिले थे, लेकिन 2021 में पिछले 75 दिनों में 2000 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। इसमें 1410 मरीज वो हैं जिन्हें स्वास्थ्य विभाग ने रजिस्टर्ड किया है।

सिंतबर में थे सबसे अधिक मरीज
जिले में 2 सितंबर को पहले मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई थी। सितंबर माह में हर रोज 10 से 15 मरीज मिल रहे थे। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इस सीजन में 29 सितंबर तक जिले में डेंगू के सबसे अधिक 410 मरीज हो गए थे। इनमें 249 केस रिकवर कर लिए गए थे, जबकि 161 मरीजों का इलाज चल रहा था। अक्टूबर माह में जिले में भी डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी। साथ ही 15 से अधिक मौतें भी गांवों में डेंगू बुखार से हुई हैं, लेकिन नवंबर में तेजी से मरीजों की संख्या कम हो रही है।

15 दिनों मेें डेंगू के मरीज
तारीख केस
10 नवंबर 8
11 नवंबर 9
12 नवंबर 10
13 नवंबर 12
14 नवंबर 8
15 नवंबर 12
16 नवंबर 9
17 नवंबर 7
18 नवंबर 9
19 नवंबर 8
20 नवंबर 6
21 नवंबर 7
22 नवंबर 5
23 नवंबर 7


बरसात के साथ मौसम में बदलाव के साथ डेंगू का मच्छर पनपना शुरु होता है। इसलिए सितंबर माह में हर साल डेंगू मलेरिया का असर अधिक रहता है। अब लगातार फागिंग और लार्वा कंट्रोल के साथ ही डेंगू भी काबू होने लगा है और केस तेजी से कम हो रहे हैं।
- अखिलेश मोहन, सीएमओ