गर्ल्स के घटते हीमोग्लोबिन पर सीसीएस यूनिवर्सिटी ने जताई चिंता
सीसीएसयू ने पत्र लिखकर मंडल के सभी कॉलेजों को दिए निर्देश
Meerut । सीसीएस यूनिवर्सिटी ने कॉलेजों में पढ़ने वाली स्टूडेंट्स के कम होते हीमोग्लोबिन पर चिंता जताई है। इसके तहत यूनिवर्सिटी ने मेरठ और सहारनपुर मंडल के सभी डिग्री कॉलेजों को एक पत्र लिखकर चिंता जताई है। यूनिवर्सिटी ने सभी कॉलेजों को निर्देशित किया है कि समय-समय पर अपने यहां पढ़ने वाली स्टूडेंट्स के हीमोग्लोबिन की जांच कराई जाए। यही नहीं बल्कि इसकी रिपोर्ट भी यूनिवर्सिटी को सौंपने के लिए कॉलेजों को निर्देश दिए गए हैं।
हीमोग्लोबिन में आ रही कमी
गौारतलब है कि गर्ल्स में हीमोग्लोबिन की कमी से कई तरह की समस्याएं आ जाती हैं। इससे उन्हें कई तरह की परेशानियां होती हैं। हालांकि, इसके तहत पहले ही कुछ कॉलेजों ने कैंप लगवाए हैं। ये कॉलेज कैंप के जरिए जांच कराते हैं, लेकिन कुछ ही कॉलेजों तक ये व्यवस्थाएं रही हैं। मगर अब शासन की ओर से इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी डॉ.राजीव गुप्ता ने भी यूनिवर्सिटी को निर्देश दिए थे। अब यूनिवर्सिटी ने भी सभी कॉलेजों को निर्देश जांच के लिए कैंप लगाए जाने की बात कही है। जांच के दौरान यदि किसी स्टूडेंट का हीमोग्लोबिन कम आता है तो उसकी जानकारी उसके पेरेंट्स को दी जाएगी, ताकि वो डॉक्टर से एडवाइस लेकर उसको ठीक करा सके, वहीं कॉलेजों को जांच की रिपोर्ट यूनिवर्सिटी को भी भेजनी होगी।
ये बहुत ही जरुरी है, गर्ल्स में पाई जानी वाली हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए पेरेंट्स को जागरुक किया जाए, ताकि वो उनको स्वस्थ रख सके।
प्रो। वाई विमला, प्रोवीसी, सीसीएसयू
इसकी जानकारी मिली है, ये वाकई ही बहुत जरुरी है। इसके प्रति पेरेंट्स को भी अलर्ट रहना चाहिए, ताकि सभी में अवेयरनेस आ सके।
डॉ। किरण प्रदीप, प्रिंसिपल, कनोहरलाल
गर्ल्स में अक्सर हीमोग्लोबिन कम होने की शिकायतें आती है, जिसके प्रति न पेरेंटस अलर्ट है न ही खुद गर्ल्स, इसकी बहुत आवश्यकता है।
डॉ। संध्या रानी, प्रिंसिपल, शहीद मंगल पांडे