- चार दिन पुराने शव की नहीं हो सकी पहचान

MEERUT: युवती की हत्या करने के बाद उसका शव परतापुर थाना क्षेत्र के गांव खेड़ी बलरामपुर के जंगल में फेंक दिया गया। पहचान छिपाने के लिए शव जलाने की कोशिश की गई। फिलहाल शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है। चार दिन पुराना शव होने के कारण यह भी नहीं पता लगा कि हत्या किस प्रकार की गई है। पड़ताल के लिए पुलिस को महिला के परिजनों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। इस मामले में रेप की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।

ये था मामला

रविवार की दोपहर गांव निवासी कुछ लोग सिंचाई के लिए जंगल गए थे। बताया गया कि इसी बीच उन्होंने देखा कि चकरोड़ के किनारे एक युवती का शव पड़ा है, जिसकी उम्र लगभग ख्भ् साल है। इसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी। मेरठ में पहले भी ऐसे दर्जनों शव मिले हैं। जिनका आज तक कोई पता नहीं चल सका है। यूं कहें की शहर की पुलिस ने पता करने की जहमत तक नहीं उठाई है। जिसके चलते अज्ञात शवों का रिकॉर्ड सिर्फ फाइलों की शोभा बढ़ा रहा है।

बाहर से फेंका शव

थाना अध्यक्ष का कहना है कि शव का मुंह पूरी तरह से फूला हुआ था। करीब तीन से चार दिन की डेडबॉडी होगी। लगता है किसी ने शव बाहर से लाकर फेंका है।

वर्जन

महिला के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अभी तक शव की शिनाख्त नहीं हुई है। पोस्टमार्टम के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

-ओमप्रकाश सिंह, एसपी सिटी मेरठ

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