-पुलिस फोर्स की मौजूदगी में लालकुर्ती थाने के पीछे हुए निर्माण को गिराया

मेरठ : छावनी परिषद की टीम ने गुरुवार को लालकुर्ती थाने के ठीक पीछे मैदा मोहल्ले में सरकारी भूमि पर हुए अवैध निर्माण को बुलडोजर चलाकर गिरा दिया। इस दौरान सरकारी जमीन पर कब्जा कर निर्माण करने वालों ने विरोध किया, लेकिन कैंट बोर्ड के ध्वस्तीकरण की टीम के आगे उनकी एक न चली।

क्या है मामला

कैंट बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक मैदा मोहल्ले में स्थित पशुकारागार के पास खुली जगह को लकड़ी रखने के लिए एलाट किया गया था। वर्ष 1984 में इसे एलाट किया गया था, लेकिन धीरे-धीरे सरकारी जमीन पर कब्जा करके टीनशेड, दो कमरे आदि बना लिए गए। भारत सरकार की बी 4 श्रेणी की भूमि पर कब्जा करके अनिल मग्गो पुत्र पिशोरी लाल ने एक गोदाम बनाकर उसे व्यवसायिक रूप दे दिया था।

ध्वस्त किया गोदाम

संपदा अधिकारी के नोटिस के बाद अतिक्रमण को हटाने का आदेश दिया गया, जिस पर छावनी परिषद की टीम गुरुवार को बुलडोजर के साथ ध्वस्तीकरण के लिए पहुंची। पुलिस फोर्स की मौजूदगी में बुलडोजर से टीनशेड और अंदर के बने दो कमरे और गोदाम को पूरी तरह से तरह से जमींदोज कर दिया गया। बुलडोजर से बचे निर्माण को कैंट बोर्ड की टीम ने हथौड़ा मारकर गिरा दिया।

इनका कहना है

छावनी परिषद के सीईओ डा। डीएन यादव ने बताया कि छावनी क्षेत्र में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करने और अवैध निर्माण करने की अनुमति किसी को नहीं है। छावनी परिषद इस तरह का अभियान लगातार जारी रखेगी।