प्रवासी श्रमिकों की वापसी को पूर्वांचल के जनपदों के लिए चलेंगी बसें

आजमगढ़, गोरखपुर और बनारस के लिए अगले सप्ताह से चलेंगी बसें

Meerut। प्रवासी श्रमिकों की वापसी का दौर शुरु हो गया है। ट्रेनें न चलने से रोडवेज ने इस मौके को भुनाने की रणनीति बनाई है। आजमगढ़, बनारस और गोरखपुर के बसों का संचालन अगले सप्ताह से आरंभ होगा। इसके लिए मुख्यालय में रूट और बसों का शेड्यूल तैयार कर भेजा जा रहा है। वहां से अनुमति प्राप्त होते ही बसों की संचालन आरंभ हो जाएगा।

बनाई गई योजना

वर्तमान में लखनऊ और कानपुर के लिए सीधी बस सेवा है। अभी तक कोई सीधी बस पूर्वांचल से मेरठ के लिए नहीं चल रही है। लोगों को कई बार बसें बदलनी पड़ती हैं। हालांकि मेरठ डिपो की नौ बसें कौशांबी से पूर्वाचल के जनपदों के बीच चल रही हैं। लेकिन वह वाया मेरठ नहीं जाती हैं। मेरठ के क्षेत्रीय रोडवेज कार्यालय ने प्रवासी श्रमिकों को उनके कार्य स्थल वापसी की योजना बनाई है। आरएम केके शर्मा ने बताया कि तीनों जनपदों के लिए दो दो बसें भेजने की योजना है। बनारस जाने वाली बस को वाया कानपुर और प्रयागराज चलाने की योजना है। नौचंदी और संगम ट्रेन न चलने से लोगों को परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। आरएम ने बताया कि शनिवार को हुई वीडियो कांफ्रें¨सग में मुख्यालय से प्रवासी श्रमिकों के लिए बसों को चलाने के निर्देश मिले हैं। यह बसें पश्चिम उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और मेरठ जनपद को सीधे पूर्वांचल के जनपदों को जोड़ेंगी।

28 से चलेगा सफाई अभियान

परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने शनिवार को वीडियो कांफ्रें¨सग में सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों को खर्च घटाने के निर्देश दिए हैं। बतातें चलें कि रोडवेज में होने वाले खर्च का एक तिहाई भाग डीजल में व्यय होता है। आरएम केके शर्मा ने बताया कि चालकों को ईंधन की खपत कम करने संबंधी प्रशिक्षण दिया गया है। डीजल चोरी रोकने के लिए चे¨कग अभियान चलाया जाएगा। बताया कि 28 से अलग अलग डिपो पर सफाई अभियान चलेगा। बसों में साफ सफाई के साथ बस अड्डे पर स्टेशन इंचार्ज और एआरएम सफाई अभियान चलाएंगे।