- प्राधिकरण घंटाघर को जाम मुक्त कराने के लिए बनाया प्लान

- स्पेस कम होने के कारण वन वे फ्लाईओवर बनाने पर हो रहा विचार

Meerut : सिटी से ट्रैफिक कंजेशन को कम करने के लिए प्राधिकरण ने वर्क करना शुरू कर दिया है। इसके तहत प्राधिकरण ऐसी जगहों की तलाश कर रहा है जहां ट्रैफिक कंजेशन ज्यादा है और भविष्य में होने की संभावना है। ताकि वहां पर फ्लाईओवर तैयार किया जा सके। इसी के तहत प्राधिकरण घंटाघर पर फ्लाईओवर बनाने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए जल्द ही सर्वे कराने का काम शुरू हो जाएगा।

आईयूडी से होगा सर्वे

प्राधिकरण के आलाधिकारियों की माने तो घंटाघर चौराहे का सर्वे कराने कराए जाने की योजना बनाई जा रही है। यहां इस बात का सर्वे होगा कि इन यहां पर किस तरह से फ्लाईओवर डिजाइन किया जा सकता है। सर्वे का काम इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन डिजाइन (आईयूडी) से कराए जाने की बात चल रही है। गौरतलब है कि आईयूडी ने हाल ही में गाजियाबाद में बनाए गए फ्लाईओवर, मल्टीलेवल पार्किंग और टनल का सर्वे किया था।

तो वन वे होगा फ्लाईओवर

दिल्ली रोड स्थित घंटाघर चौपले की बात करें तो प्राधिकरण के अधिकारी वहां वर वन वे फ्लाईओवर बनाने पर विचार कर रहे हैं। चीफ इंजीनियर आईएस सिंह के अनुसार वहां स्पेस की काफी कमी है। वहां टै्रफिक कंजेशन को कम करने के लिए वन फ्लाईओवर बनाने पर ही विचार किया जा रहा है। जो मेरठ से दिल्ली की ओर जाने वाले लोगों के लिए होगा। जिन व्हीकल को सिटी के बीच में नहीं रुकना है वो इस फ्लाईओवर का सहारा ले सकेंगे।

ट्रैफिक जाम हो जाएगा कम

मौजूदा समय में घंटाघर चौराहे पर काफी जाम लगा रहता है। मुजफ्फर नगर और मेरठ से दिल्ली की ओर जाने वाली बसों को घंटाघर चौपले से ही होकर गुजरना पड़ता है। जिसके कारण ट्रैफिक जाम की समस्या और भी पैदा हो जाती है। साथ ही लोकल ट्रैफिक भी इतना हो जाता है कि ट्रैफिक पुलिस को ट्रैफिक कंट्रोल करने में पसीना छूट जाता है। इस फ्लाईओवर से काफी समस्या का समाधान हो सकेगा।

सिटी में फ्लाईओवर और अंडरपास काफी जरूरी हैं, क्योंकि सड़कों पर ट्रैफिक कंजेशन काफी ज्यादा और आने वाले समय में स्थिति और भी बुरी हो सकती है। इसलिए कुछ फ्लाईओवर बनाने के लिए उनके डिजाइन पर सर्वे कराया जाएगा।

- आईएस सिंह, चीफ इंजीनियर, एमडीए