स्नातक सीट पर छह और शिक्षक के लिए तीन नामांकन दाखिल

शिक्षक और स्नातक सीट के लिए जारी है कमिश्नरी में नामांकन प्रक्रिया

दूसरे दिन मंगलवार को स्नातक और शिक्षक सीट के लिए हुए नामांकन

गुरुवार तक होंगे नामांकन, फिर स्कूटनी के बाद होगी नाम वापसी की प्रक्रिया शुरू

Meerut । स्नातक और शिक्षक सीट के लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है। मंगलवार को शिक्षक सीट के लिए तीन ने नामांकन पत्र दाखिल किया तो स्नातक सीट के लिए भी छह उम्मीदवारों ने पर्चा भरा। इस दौरान जुलूस और नारेबाजी के कारण सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गई। हालांकि, पुलिस ने प्रत्याशी और प्रस्तावक के अलावा किसी भी कार्यकर्ता को कमिश्नरी के अन्दर प्रवेश नहीं करने दिया।

एक दिसंबर को चुनाव

उत्तरप्रदेश विधान परिषद मेरठ खंड स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन के लिए चुनाव एक दिसंबर को होना है। इसके साथ ही तीन दिसंबर को मतगणना होगी। गुरुवार तक नामांकन पत्र दाखिल होंगे। उसके बाद नामांकन पत्रों की स्कूटनी होगी और नाम वापसी प्रक्रिया होगी। मंगलवार को स्नातक सीट के लिए कुशपुरी, हरविंद्र कुमार, सुशील कुमार, उíमला देवी, मानवीर सिंह और ललित ने नामांकन पत्र दाखिल किया जबकि शिक्षक सीट के लिए उमेश चंद्र त्यागी, रामपाल सिंह जांगड़ और कुलदीप मलिक ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान प्रत्याशियों के समर्थकों ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। भीड़ के साथ नामांकन दाखिल करने के लिए प्रत्याशी पहुंचे।

मुस्तैद रही पुलिस

कमिश्नर अनीता सी। मेश्राम ने बताया कि गुरुवार तक नामांकन प्रक्रिया चलेगी। उसके बाद नाम वापसी और नामांकन पत्रों की स्कूटनी होगी। वहीं दूसरी ओर पुलिस फोर्स भी पूरी तरह मुस्तैद रही। नामांकन प्रक्रिया में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीएसी को तैनात किया गया है। इसके साथ ही सिविल लाइन, लालकुर्ती, नौचंदी, मेडिकल, सदर बाजार समेत कई थानों का फोर्स की तैनाती की गई है। सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपी सिटी डा। अखिलेश नारायण सिंह को जिम्मेदारी दी गई है।

हो गई धक्कामुक्की

जो हाल सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान था वैसा ही हाल मंगलवार को भी था। भीड़ ने कमिश्नरी में घुसने का प्रयास किया लेकिन किसी की एंट्री पुलिस ने नहीं होने दी। केवल प्रत्याशी और प्रस्तावकों को ही अन्दर जाने दिया गया। इस दौरान कमिश्नरी गेट पर धक्कामुक्की भी हो गई। कमिश्नरी के बाहर जाम के हालात भी बने रहे। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।