एग्जाम सेंटर पर सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया खास ख्याल

20 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने छोड़ी पीसीएस की परीक्षा

Meerut। संडे को मेरठ के 64 केंद्रों पर पीसीएस की परीक्षा आयोजित कराई गई। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा गया। ऐसे में परीक्षार्थियों को केंद्रों पर मास्क पहनकर साथ ही सेनेटाइज करके ही एंट्री कराई गई। जो अभ्यर्थी मास्क पहनकर नहीं पहुंचे उनको रोका गया। एग्जाम के लिए 30 हजार 390 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही एंट्री कराई गई।

सोशल डिस्टेसिंग का ख्याल

पेपर देकर बाहर निकले परीक्षाíथयों ने बताया कि परीक्षा कठिन रही, कुछ सवाल पीसीएस के हिसाब से औसत से ऊपर लगे। परीक्षाíथयों ने बताया कि 10 से 15 प्रतिशत के लगभग सवाल आईएएस स्तर के पूछे गए थे। इसके अलावा निगेटिव माìकग भी रही, कुछ सवाल औसत से ऊपर थे। ऐसे में परीक्षाíथयों को परीक्षा कुछ कठिन लगी, केंद्रों के बाहर सख्ती के साथ चेकिंग भी की गई थी, केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया।

सवाल रहे मुश्किल

दो पालियों में परीक्षा का आयोजन किया गया था। पहली पाली सुबह 9 से 11.30 व दूसरी पाली शाम को 2.30 से शाम 4.30 तक रही, केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही कमरों के अंदर परीक्षाíथयों को बैठाया गया था। पेपर में जनसंख्या की प्राकृतिक वृद्धि किसका परिणाम है, किसके द्वारा मानव विकास सूचकांक पहले विकसित किया गया, कौन भारत में ग्रामीण रोजगार का सबसे बड़ा कार्यक्रम है, पीएम योजनाओं से संबंधित, स्वेज नहर, जीडीपी संबंधित व विभिन्न राजनीतिक सवाल पूछे गए। परीक्षाíथयों के अनुसार दस से 15 फीसदी सवाल तो बहुत ही हाई लेवल के रहे, पेपर मुश्किल आया था, बाकी केंद्रों पर कोई दिक्कत नही थी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का ध्यान रखा गया था।

पेपर सही था कुछ सवाल मुश्किल आए थे। जो लेवल से ऊपर आए थे, ऐसे में निगेटिव माìकग भी है तो थोड़ा टेंशन है।

वैभव

दस नंबर के सवाल मुश्किल थे, उनको मैने सॉल्व ही नही किया। क्योंकि निगेटिव मॉर्किंग भी थी, इसलिए जो जानकारी थी उसको ही अटैम्प्ट किया है।

शिखा

हां, पेपर कुछ मुश्किल आया, जो सवाल लेवल के नहीं थे। वो भी इस बार आए थे। तैयारी पूरी थी पर कुछ सवाल छोड़ने पड़े हैं, जो नहीं आते थे।

अरशद