बोर्ड ने वेबसाइट पर जारी किया व्यापारियों के लिए ट्रेड लाइसेंस का नोटिफिकेशन

नोटिफिकेशन में व्यापारियों द्वारा ऑनलाइन आवेदन न करने पर सख्ती की बात भी शामिल

>Meerut। कैंट बोर्ड एक बार फिर से ट्रेड लाइसेंस को लेकर सख्त रवैया अपनाने की तैयारी में जुट गया है। इतना ही नहीं, कैंट बोर्ड की वेबसाइट पर इस बाबत नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। उधर व्यापारी लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। व्यापारियों के अनुसार बोर्ड लगातार उनसे किसी न किसी बहाने से पैसा वसूल रहा है जो कि गलत है।

पहले भी हुआ विरोध

दरअसल, अभी आठ माह पहले ही व्यापारियों के लिए कैंट बोर्ड की मीटिंग में सभी मेंबर्स के बीच ट्रेड लाइसेंस का फैसला लिया गया था। ट्रेड लाइसेंस व्यापारियों के लिए जरुरी कर दिया गया था। इस बैठक में व्यापारियों के व्यापार के मुताबिक 50 से अधिक कैटेगरी में बांटा गया था। साथ ही ये भी तय किया गया था कि कौन सी कैटेगरी में व्यापारी को कितना टैक्स देना होगा। मगर व्यापारियों का कहना था कि वो लगातार विभिन्न तरह के टैक्स पहले से ही दे रहे हैं। ऊपर से कोरोनाकाल में उनके पहले से ही नुकसान हो चुके हैं, ऐसे में ये एक नया टैक्स व्यापारियों पर थोपना किसी मुसीबत से कम नहीं है। इस बाबत व्यापारियों ने तमाम अधिकारियों को ज्ञापन तक सौंपे थे।

फिर गर्माया मुद्दा

कैंट बोर्ड और व्यापारियों के बीच ट्रेड लाइसेंस का मुद्दा एक बार फिर गर्माता दिख रहा है। गौरतलब है कि 12 जुलाई को कैंट बोर्ड के सभी सदस्यों की सदस्यता समाप्त हो चुकी है और नए पार्षदों का चयन अभी हुआ नहीं हैं। ऐसे में कैंट बोर्ड एक बार फिर ट्रेड लाइसेंस को लेकर सख्त रुख अपनाने के मूड में दिख रहा है। बोर्ड ने अपनी वेबसाइट पर फिर से ऑनलाइन ट्रेड लाइसेंस के लिए व्यापारियों को नोटिस जारी कर दिया है। बोर्ड ने जारी नोटिस में लिखा है कि व्यापारियों द्वारा ऑनलाइन लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाए अन्यथा बोर्ड सख्ती करेगा। इधर व्यापारियों ने भी इस लाइसेंस का विरोध शुरू कर दिया है। कैंट बोर्ड सीईओ नवेंद्र नाथ के अनुसार लाइसेंस का नियम ऊपरी स्तर का है, बोर्ड का पर्सनल नहीं है। ऐसे में ये सबके लिए जरूरी है।

व्यापार बंधु की बैठक में डीएम के सामने ये मुद्दा उठाया गया था। सभी व्यापारियों द्वारा इस लाइसेंस का विरोध किया गया है। बोर्ड द्वारा लगातार व्यापारियों पर नियम थोपे जा रहे है।

विनेश जैन, मंडल प्रभारी फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल

केंद्र सरकार को जीएसटी कलेक्शन में से एक अंश कैंट बोर्ड को देना चाहिए। ताकि कैंट अपने क्षेत्र के व्यापारियों पर कोई नया नियम न थोपे। बोर्ड लगातार नए नियमों से व्यापारियों को परेशानी में डाल रहा है, जो गलत है।

डॉ। संजय जैन, सीए, सदर

कैंट बोर्ड हमेशा कोई न कोई नया नियम बनाकर व्यापारियों को लूटने में लगा रहता है। लगातार व्यापारियों पर चार्ज लगाना अच्छी बात नहीं है। व्यापारियों द्वारा ट्रेड लाइसेंस का पहले भी विरोध किया गया था और अब भी किया जाएगा।

अमित बंसल, महामंत्री, सदर व्यापार मंडल

ट्रेड लाइसेंस के विरोध में पहले भी व्यापारियों ने विरोध किया था। पहले से ही व्यापारी काफी सारे टैक्स दे रहे हैं। अब ऊपर से ये ट्रेड लाइसेंस गलत है। सभी व्यापारी इसके विरोध में हैं।

नवीन गुप्ता, अध्यक्ष, संयुक्त व्यापार संघ

ट्रेड लाइसेंस वाले नियम का व्यापारियों द्वारा पहले भी विरोध किया गया था। व्यापरी तो पहले से ही कई तरह के टैक्सों के घेरों में घिरा है। नए नियम के माध्यम से कैंट बोर्ड दवाब बना रहा है, जो गलत हे।

सुनिल दुआ, अध्यक्ष, सदर व्यापार मंडल