सीबीएसई ने रद की 12वीं की बोर्ड परीक्षा

मेरठ भर में सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए करीब 15 हजार स्टूडेंट्स थे रजिस्टर्ड

स्टूडेंट्स और प्रिंसिपल्स बोले, बोर्ड एग्जाम पर फैसला आने से मिली राहत

पहले पैटर्न में बदलाव, अब परीक्षा निरस्त होने के बाद रिलेक्स मोड में स्टूडेंट्स

Meerut। सीबीएसई ने 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद कर दी है.मंगलवार को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में यह फैसला हुआ। इसके बाद जहां काफी स्टूडेंट्स ने राहत की सांस ली है। वहीं कुछ स्टूडेंट्स कॉमन माìकग होने को लेकर परेशान भी हो गए हैं। वहीं काउंसलर्स का कहना है कि स्टूडेंट्स अपनी तैयारी को सिर्फ परीक्षा से न आंके, बल्कि नॉलेज को मेंटेन करके रखें।

15 हजार स्टूडेंट्स

सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा के रद होने का असर जिले के सैकड़ों स्टूडेंट्स पर पड़ा है। मेरठ भर में सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए करीब 15000 स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड थे।

करियर से भटकाव

सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर स्टूडेंट्स की मेंटल हेल्थ भी प्रभावित होने लगी है। मनोचिकित्सकों की मानें तो ऐसी स्थिति बच्चों के पढ़ाई और करियर से भटकाव की स्थिति को बनाती है। मनोचिकित्सक डॉ। रवि राणा ने बताया कि परीक्षा को लेकर जो स्थिति बन रही है। उससे बच्चों का ध्यान अब पढ़ाई की ओर से हटने लगा है। बगैर पढ़ाई किए ही बच्चे प्रमोट हो जाएगे। जबकि टॉपर की लिस्ट में शामिल होने के लिए पढ़ाई करने वाले बच्चों में यह स्थिति तनाव देने वाली है। कॉमन माìकग उन्हें डिप्रेस कर सकती है। स्टूडेंट्स के लिए भी यह स्थिति ठीक नहीं है। वह गोल से भटक सकते हैं। वैसे भी उनका करीब दो साल नुकसान हुआ है।

करियर पर असर

इंटरमीडिएट की परीक्षा ही नहीं नीट, जेईई मेन के साथ तमाम प्रोफेशनल कोर्सेज में एडमिशन की प्रक्रिया भी लाइनअप नहीं हुई। ज्यादातर बच्चे रिजल्ट के बेस पर आगे का रास्ता तय करते हैं। अब नेक्स्ट लेवल की पढ़ाई के लिए कोर्स सेलेक्शन को लेकर कंफ्यूजन हो रहा है। ये भटकाव उनके करियर पर सीधा असर डालेगा।

बिगड़ रहा पढ़ाई का टैंपो

बोर्ड एग्जाम कैंसिल होने से बच्चों का मूड या कहें तैयारी का जो टैंपो अभी तक बना था, वह बिगड़ रहा है। अभी तक बच्चों के दिमाग में था कि पहले बोर्ड परीक्षा देनी है। उसके बाद जिस भी प्रोफेशनल कोर्स में दाखिला लेना है, उसका एंट्रेस एग्जाम देना है। मगर एक तरफ बोर्ड परीक्षा पोस्टपोन हो गई और दूसरी तरफं प्रोफेशन कोर्स में दाखिले के लिए होने वाले एंट्रेस एग्जाम भी पोस्टपोन हो गए है। ऐसे में बच्चों की एकाग्रता खत्म हो रही है। जिससे वह रिलेक्स मोड में जा रहे हैं।

इनका है कहना

बोर्ड स्टूडेंट्स इसे बेहद नार्मल वे में लें। हालांकि बोर्ड एग्जाम ही कैंसिल हुए है। दूसरे कंपटेटिव एग्जाम्स अभी बाकी हैं। नॉलेज को मेंटेन करना जरूरी है। पढ़ाई को बिल्कुल भी अवॉयड न करें। आने वाले फ्यूचर में 12वीं की पढ़ाई का सबसे अहम रोल है।

डॉ। पूनम देवदत्त, सीबीएसई काउंसलर

स्टूडेंट्स इस फैसले को सही या गलत मानकर न चलें। परिस्थितियों के अनुसार सही फैसला है। स्टूडेंट्स को आगे के लिए क्लियर होकर जाना जरूरी है ताकि उनका पढ़ाई का टेंपो डिस्टर्ब न हो।

राहुल केसरवानी, सहोदय सचिव

सरकार का वेलकम डिसीजन है। काफी स्टूडेंट्स पढ़ाई से बिल्कुल पीछे हट गए थे। कंफ्यूजन में वह परेशान हो रहे थे और कुछ भी डिसीजन नहीं ले पा रहे थे। अब फैसला हो गया है तो स्टूडेंट्स को आगे के लिए तैयार रहना चाहिए।

डॉ। वाग्मिता त्यागी, वाइस प्रिंसिपल, गार्गी ग‌र्ल्स स्कूल

बोर्ड एग्जाम्स पर फाइनली फैसला आ गया है। अब हमें काफी राहत मिली है। हालांकि हमें लग रहा था कि बोर्ड एग्जाम्स में बेहतर कर पाएंगे ताकि रिजल्ट अच्छा होगा लेकिन अब कॉमन माìकग होगी।

ख्याति, स्टूडेंट

बहुत कंफ्यूजन हो रहा था। अब एग्जाम पोस्टपोन हो गए तो राहत मिली है। हालांकि हमने सालभर मेहनत की थी और तैयारियों में जुटे हुए थे।

तनु राणा, स्टूडेंट

बोर्ड एग्जाम कैंसिल हो गए हैं और इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर मा‌र्क्स मिलेंगे। इससे आगे का फ्यूचर पर फर्क पड़ सकता है क्योंकि ट्वेल्थ के मा‌र्क्स ही आगे का करियर डिसाइड करते हैं।

भावना पाल, स्टूडेंट