ध्यानचंद नगर में कोयला व्यापारी की दो बदमाशों ने गोली मारकर कर दी थी हत्या

बीटीएस के 35 हजार नंबर्स की जांच में हत्यारों का नहीं लगा कोई सुराग

घटना के बाद की एक सीसीटीवी वीडियो फुटेज में दिखे बदमाश, नहीं हो सकी पहचान

वीडियो क्लीयर करने के लिए भेजी गई फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स के पास

<ध्यानचंद नगर में कोयला व्यापारी की दो बदमाशों ने गोली मारकर कर दी थी हत्या

बीटीएस के फ्भ् हजार नंबर्स की जांच में हत्यारों का नहीं लगा कोई सुराग

घटना के बाद की एक सीसीटीवी वीडियो फुटेज में दिखे बदमाश, नहीं हो सकी पहचान

वीडियो क्लीयर करने के लिए भेजी गई फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स के पास

Meerut.Meerut। ब्रह्मपुरी में कोयला व्यापारी अरुण जैन की हत्या के मामले में दो दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस के हाथ पूरी तरह से खाली है। वहीं पुलिस के हाथ जो सीसीटीवी लगी है, उसमें बदमाशों का चेहरा स्पष्ट दिखाई नहीं दिखाई दे रहा है। हालांकि सीसीटीवी वीडियो को फॉरेंसिक के पास क्लीयर करने के लिए भेजा गया है, जिससे बदमाशों की पहचान की जा सके। उधर, बीटीएस के सभी फ्भ् हजार नंबर्स की जांच में भी पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लग सका है।

क्या था मामला

ध्यानचंद नगर में कोयला व्यापारी अरुण जैन निवासी पंजाबी पुरा टीपी नगर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। परिजनों ने पुलिस को बताया था कि मास्क पहनकर ऑफिस पर आए दो बदमासों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।

अब फॉरेंसिंक पर टिकी आस

दो दिन में घटनास्थल के पास लगे मोबाइल टावर्स से उठाए गए बीटीएस से पुलिस को निराशा हाथ लगी है। बीटीएस के फ्भ् हजार नंबर्स की जांच में पुलिस को व्यापारी के हत्यारों का कोई सुराग नहीं लग सका। हालांकि घटना के बाद मिली बदमाशों की एक सीसीटीबी फुटेज से पुलिस को बहुत उम्मीदें हैं। मगर वीडियो फुटेज क्लीयर न होने की वजह से बदमाशों की पहचान पुलिस अभी तक नहीं कर सकी है। मगर वीडियो फुटेज को क्लीयर कराने के लिए फॉरेंसिक के पास भेजा गया है। पुलिस मानकर चल रही है कि फुटेज क्लियर होने के बाद बदमाशों की पहचान की जा सकेगी।

परिवार से मदद

बुधवार को व्यापारी की रस्म उठावनी हो जाने के बाद पुलिस अब परिवार के लोगों से भी हत्या का राजफाश करने में मदद लेगी। पुलिस का कहना है कि गुरुवार को परिवार के लोगों से बातचीत करके जांच में मदद मांगी जाएगी ताकि आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी शिकंजा कसा जा सके। इंस्पेक्टर ब्रह्मपुरी सुभाष अत्री ने बताया कि जो सीसीटीवी मिली है, वह स्पष्ट नहीं है। उसको एक्सपर्ट के पास क्लियर कराने के लिए भेजा गया है। बीटीएस से भी कोई मदद नहीं मिल रही है। मुखबिर तंत्र को भी लगाया गया है। जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।

छह टीमों का गठन हत्या के खुलासे के लिए किया गया है। सíवलांस टीम, क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।

अजय साहनी, एसएसपी, मेरठ