शहरभर के जाम को कंट्रोल के लिए करोड़ों रूपये खर्च करने के बाद बनाया गया था ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर

नहीं हो रही मॉनिटरिंग, न जाम हटाने के दिए जा रहे ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर से निर्देश

सड़क पर जाम को कंट्रोल करने में नाकाम ट्रैफिक पुलिस, शहरवासी रोजाना झेलते हैं घंटों का जाम

Meerut । शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। जाम को कंट्रोल कर पाने में ट्रैफिक पुलिस पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। गौरतलब है कि शहर के जाम को कंट्रोल करने के लिए करोड़ों खर्च कर ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर बनाया गया था। मगर अब ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही के चलते ये सेंटर शोपीस बनकर रह गया है।

क्यों बना था ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर

ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर तीन साल पहले तत्कालीन एसएसपी मंजिल सैनी और एसपी ट्रैफिक रहे संजीव वाजपेयी ने बनाया था। इसके पीछे मोटिव यह था कि शहरभर की टै्रैफिक व्यवस्था को ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर से कंट्रोल किया जा सके। शहरभर में लगे सीसीटीवी से यहां लगी दर्जनों एलईडी स्क्रीन को कनेक्ट किया गया था, जिससे शहर के ट्रैफिक का लाइव हाल स्क्रीन पर देखा जा सके।

कांस्टेबल भी थे तैनात

ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर पर ड्यूटी के लिए कांस्टेबल भी तैनात किए गए थे। जिससे वह एलईडी स्क्रीनों पर जहां भी जाम लगा देखें, तुरंत नजदीकी पुलिसकर्मी को जाम खुलवाने के निर्देश दे सकें। कुछ दिनों तक तो ये व्यवस्था चली मगर अब ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर केवल शोपीस बनकर रह गया है। शहर की जनता रोजाना जाम के झाम में अपना कीमती समय बर्बाद कर रही है लेकिन ट्रैफिक पुलिस को इससे कोई लेना-देना नहीं।

शहर की यातायात व्यवस्था में लगातार सुधार किया जा रहा है। ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर से भी यातायात की मॉनिटरिंग की जा रही है। व्यवस्था में सुधार के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं।

जितेंद्र श्रीवास्तव, एसपी ट्रैफिक