मास्क न लगाने पर नहीं हो रहे चालान, पुलिसकर्मी तक नहीं लगाते मास्क

- पुराने चालान को डाक से भेज रही पुलिस

- कोरोना काल के लॉकडाउन में हुए चालान का भुगतान नहीं कर रहे लोग

- 97 हजार चालान हुए हैं साल 2020 में

- 10 हजार के करीब चालान हुए थे हर महीने

Meerut । कोरोना का ग्राफ कम होते ही ट्रैफिक पुलिस भी मास्क का चालान करना भूल गई है। जी हां अब पिछले 10 दिनों से ट्रैफिक पुलिस ने मास्क न लगाने पर कोई चालान नहीं किया है। यही नहीं अब तो पुलिसकर्मी भी बिना मास्क के ही सड़कों पर घूमते नजर आते हैं।

अभी भी अलर्ट जारी

हालांकि, कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लगातार अलर्ट कर रहे हैं।

हालांकि, वैक्सीन भले ही आ गई हो लेकिन कोरोना से बचाव के लिए पूरी तरह से संभल कर रहना होगा। बता दें कि लॉकडाउन और अनलॉक में पुलिस ने मास्क नहीं पहनने और नियमों का पालन नहीं करने वालों के खूब चालान किए थे। अब पुलिस इन सब पर कार्रवाई करना भूल गई है।

घर पहुंच रहे हैं चालान

लॉकडाउन के समय के ई-चालान वाहन स्वामियों के घर अब पहुंच रहे हैं। दस महीने बाद लोगों को पता चल रहा है कि उन्होंने वाहन चलाते समय ट्रैफिक नियम तोड़ने के साथ लॉकडाउन का उल्लंघन किया था। ऐसे कुछ लोग चालान राशि का भुगतान करते समय ट्रैफिक पुलिस से विरोध भी जता रहे है। 22 मार्च 2020 को जनता कफ्र्यू के बाद अप्रैल और मई में लॉकडाउन रहा था। जिस पर पुलिस ने चालान किए थे। हालांकि अनलॉक पीरियड में भी ट्रैफिक पुलिस ने चालान किए थे।

छह हजार पर मुकदमा

लॉकडाउन में गलत ढंग से दुकान खोलने के आरोप में मेरठ में व्यापारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके साथ ही लॉकडाउन उल्लंघन करने वाले लोगों पर भी मुकदमा दर्ज किया था। मेरठ में छह हजार मुकदमे व्यापारी समेत लोगों पर दर्ज किए गए थे। इन पर सब चार्जशीट लगाकर कोर्ट में भेजा जा चुका है। अब कोर्ट से इनके पास सम्मन आएगा और गवाही होगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

काटे 97 हजार ई-चालान

ट्रैफिक पुलिस ने 2020 में एक जनवरी से 31 दिसंबर तक 97 हजार वाहनों के ई-चालान किए है। प्रत्येक महीने नौ-दस हजार वाहनों के चालान पुलिस कर रही है। एक ई-चालान भेजने पर ट्रैफिक पुलिस के सात रुपये खर्च होते हैं। जबकि 2021 की बात करें तो अब तक पंद्रह हजार चालान पांच फरवरी तक हो चुके है। इन चालान का जुर्माना भी वसूला जाएगा।

कोर्ट में नहीं जा रहे है चालान

ई-चालान तीन माह बाद न्यायालय भेजे जाते है्रं। ऑफलाइन चालान को कोर्ट में भेजा जाता था लेकिन अब ऑनलाइन चालान किए जा रहे है। ऑनलाइन चालान कोर्ट में नहीं भेजे जा रहे है। दरअसल अभी तक कोर्ट की आईडी नहीं बनी है। जिसके चलते चालान कोर्ट नहीं भेजे जा रहे है। अब चालान को डाक के माध्यम से चालान वाहन स्वामियों के घर भेजे जाएंगे।

इन्होंने कहा

लॉकडाउन पीरियड में हुए चालान का भुगतान करने के लिए लोग नहीं पहुंच रहे हैं। इनके चालान को डाक से भेजा रहा है। चालान का भुगतान पूरी तरह से कराया जाएगा। जुर्माना जमा नहीं करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जितेंद्र श्रीवास्तव, एसपी ट्रैफिक, मेरठ।