- प्रोवेशन विभाग ने सौंपी रिपोर्ट, नए प्रावधान के लागू करने के दिए आदेश

-परिसर में लगाए जाएंगे सीसीटीवी, नहीं पकड़ में आए पांच किशोर

Meerut : संप्रेषण गृह से लगातार फरार हो रहे किशोरों के प्रकरण को संज्ञानता में लेते हुए शासन ने प्रोवेशन विभाग से रिपोर्ट तलब की है। लखनऊ से लौटकर आए जिला प्रोवेशन अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह ने शुक्रवार को संप्रेषण गृह पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल

जिला प्रोवेशन अधिकारी ने शासन को सौंपी जांच रिपोर्ट में घटनाओं का जिक्र करते हुए तैनात विभागीय कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों की भूमिका उजागर की है। सूत्रों ने बताया कि शासन ने विभाग को कड़ी हिदायत देते हुए घटनाक्रम में लिप्त विभागीय के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश देते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं। बता दें कि अभी बाल संप्रेषण गृह में 11 सीसीटीवी फिलहाल लगे हैं। शासन के निर्देश पर अब यहां डीवीआर कैमरे को लगाने की कवायद की जा रही है। प्रोवेशन विभाग का मानना है कि सीसीटीवी की विजविलिटी कम होने से संप्रेषण गृह की सुरक्षा में चूक हो रही है।

'विपस्यना' ले रहे किशोर

प्रोवेशन विभाग की ओर से संप्रेषण गृह में रह रहे किशोरों को अंधकार से प्रकाश की ओर लाने और उनकी मानसिक शुद्धि के लिए शुक्रवार को मेडीटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। विशेषज्ञ रामकुमार गुप्ता द्वारा संप्रेषण गृह के किशोरों ने दो घंटे तक विपस्यना शिविर में हिस्सा लिया, वहीं कुछ किशोरों ने नियमित शिविर के आयोजन की मांग भी की। डीपीओ पुष्पेंद्र सिंह, वार्डन मिथलेश सिंह आदि मौजूद थे।

इंटर की परीक्षा दे रहा एक किशोर

बाल संप्रेषण गृह में निरुद्ध एक छात्र इस बार इंटरमीडिएट की परीक्षा दे रहा है। शुक्रवार को यह किशोर पुलिस अभिरक्षा में परीक्षा देने के लिए मेरठ के एक परीक्षा केंद्र में पहुंचा।

नहीं पकड़ में आए तीन किशोर

गत दिनों संप्रेषण गृह से फरार छह किशोरों में से प्रोवेशन विभाग की टीम ने तीन किशोरों को पकड़ लिया है। तीन किशोरों को पकड़ने के लिए विभाग के कर्मचारियों को उनके संभावित स्थलों की ओर दौड़ाया गया है। वहीं बता दें कि इस घटना से पहले फरार हुए चारों किशोरों को पकड़ लिया गया है।

शासन के निर्देश नए प्रावधानों को लागू किया जाएगा। घटना की रिपोर्ट शासन को दे दी गई है। सुरक्षा में चूक न हो, इसके लिए सीसीटीवी समेत विभिन्न सुरक्षा उपायों को मुस्तैद किया जाएगा।

पुष्पेंद्र सिंह, जिला प्रोवेशन अधिकारी