अंतिम सफर में भी नसीब नहीं हो सके अपनों के कंधे

लॉकडाउन के चलते विदेश में फंसे बच्चे, हुई पिता की मौत

Meerut । लॉकडाउन के चलते जहां लोगों की जिंदगी जस की तस ठहर गई है और लोग बेबस हो गए हैं कि चाह कर भी अपनों से ना मिल पा रहे हैं और ना ही जरुरत पड़ने पर उनके पास जा पा रहे हैं ऐसे में कुछ ऐसे मन को झकझोर देने वाले किस्से भी सामने आ रहे हैं जिसमें इंसानियत और मानवता के कई उदाहरण देखने को मिल रहे हैं। ऐसा ही एक मामला शुक्त्रवार को रुड़की रोड स्थित बलवंत नगर में देखने को मिला जहां एक बुजुर्ग की मौत के बाद पड़ोसियों ने उसकी अर्थी को कंधा देकर अंतिम संस्कार किया। लॉकडाउन के कारण उनके बच्चे विदेश में फंसे हुए थे और पिता की तबीयत की सूचना मिलने के बाद भी देश में ना आ सके। बुजुर्ग के बच्चे उसके अंतिम समय में साथ में नही थी और बुजुर्ग ने अपने बच्चों को याद करते करते अपनी अंतिम सांसे ली।

पड़ोसियों ने दिया कंधा

शुक्रवार सुबह बलवंत नगर निवासी बुजुर्ग की मौत हो गई। बच्चे विदेश में थे इस कारण से पिता के अंतिम संस्कार को भी ना आ सके वहीं लॉक डाउ्रन के कारण दूसरे शहरों में रह रहे रिश्तेदार भी अंतिम दर्शन को ना आ सके। ऐसे में काफी देर तक बुजुर्ग के अंतिम दर्शन के लिए रिश्तेदारों का इंतजार करने के बाद खुद पड़ोसियों ने ही बुजुर्ग के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की और खुद कंधा देकर श्मशान घाट पहुंचाया। बुजुर्ग का शव ले जाते देख सभी की आंख नम हो गई। अंतिम समय में भी अपनों का साथ नसीब नही हो पाया। सभी लोगों के बीच बुजुर्ग का अंतिम सफर चर्चा और गम का विषय बना रहा।