ताली बजाने से न केवल मांस-पेशियां प्रभावित होती हैं, बल्कि ऊर्जा का संचार भी होता है। अगर आप रेगुलर ताली बजाएंगे तो ये आपकी चुस्ती, फुर्ती और तंदरुस्ती का राज भी हो सकता है। फिर देर किस बात की, तुरंत शुरू करें ताली बजाना

 दवाओं का सहारा

अनन्या एक कॉलेज में टीचर हैं। अपने टूर और बाकी एसाइनमेंट के चलते उनको अपने लिए बिलकुल भी समय नहीं मिलता है, जिस कारण सिर्फ दवाओं पर जिंदा हैं, जबकि डॉक्टर्स बता चुके हैं कि अब भी वर्कआउट शुरू नहीं किया तो परेशानी बढ़ सकती है। आज कल अनन्या एक्युप्रेशर का ट्रीटमेंट ले रही हैं।

Clapping is the secret of happiness

 ‘तु कुछ नहीं कर सकता, बैठकर बस ताली बजा’ अक्सर ऐसे कमेंट नकारा लोगों को मारे जाते हैं, लेकिन आप जान लें कि ताली बजाना भी बहुत काम की चीज है। जो लोग ताली नहीं बजाते वो डॉक्टर्स के चक्कर काटते नजर आते हैं। आज हम आपको बता रहे कि ताली बजाने से क्या-क्या फायदे होते हैं और बैठकर सिर्फ ताली बजाना भी कितना फायदे मंद है

हो जाती है blockage

किसी मशीन को ज्यादा दिन तक यूज न करें तो उसमें जंग लग जाता है। ठीक इसी तरह से अगर हमें अपने शरीर को हिलाएंगे नहीं तो हमारा शरीर भी अकड़ जाता है। नर्व ब्लॉक होने लगती हैं। ब्लड सर्कुलेशन कम होने लगता है। दिमाग में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है। लिहाजा सौ तरह की बीमारियां बैठे-बैठे होने लगती हैं। इन बीमारियों से बचने के लिए डॉक्टर्स और एक्सपट्र्स तमाम तरह के इलाज के साथ ही रेगुलर वर्कआउट की सलाह देते हैं।

क्या है आज की दिक्कत

पर आज की टारगेट बेस्ड लाइफ में हम सिर्फ टारगेट पूरा करने के लिए ही जीते हैं, लेकिन छोटे-छोटे टारगेट के चक्कर में अपने लिए एक घंटा तक नहीं निकाल पाते। बढ़ती सुविधाओं के साथ हमें कई तरह के नुकसान भी हुए हैं, लेकिन इस नुकसान को दूर करने का बहुत आसान सा तरीका है। ताली बजाना।

नहीं मिलता वर्कआउट का टाइम

अगर आपको दिन में अपने लिए एक घंटा तक नहीं मिलता है, तो आप सुबह उठकर, छत पर या आस पास किसी पार्क की ताजी हवा में जाकर अगर कुछ देर ताली ही बजा लें। इतना भर करने से ही आपको दिन भर के लिए एनर्जी मिल जाएगी और आपके शरीर के ब्लॉकेज खुल जाएंगे। पर ये ध्यान रहें कि ये एक रेमेडी है। इसे आप अपने वर्कआउट शेड्यूल से कतई रिप्लेस न करें। ये उनके लिए है जो वर्क आउट नहीं कर पाते हैं, लेकिन जो वर्कआउट करते हैं वो करते रहें, उसके अपने अलग फायदे हैं।

हाथ में क्या कहां

हमारे हाथ में हमारे शरीर के सभी एक्युप्रेशर प्वाइंट्स होते हैं। जैसे ही आप ताली बजाते हैं तो दोनों हाथ आपस में टकराते हैं और उन प्वाइंट्स पर प्रेशर पड़ता है। डॉ। पल्लवी रस्तोगी बताती हैं कि जब प्वाइंट्स पर प्रेशर पड़ता है तो इससे शरीर के उन सभी हिस्सों की ब्लॉकेज ओपन होती है। हमारे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है। ब्लड सर्कुलेश तेज होने से हार्ट और माइंड में आक्सीजन सप्लाई बढ़ती है।

क्या फायदा है

- बॉडी एरिया की ब्लॉकेज खुलती है

- बॉडी और माइंड हेल्दी रहता है

- बॉडी की एनर्जी और पॉवर बढ़ती है

- इम्यून सिस्टम स्ट्रांग होता है

- बॉडी के टॉक्सिन निकलते हैं

- मेमोरी शॉर्प होती है

- हॉर्ट स्ट्रांग होता है

- बॉडी के ज्वाइंट्स का पेन रिलीज होता है

"ये सही बात है कि ताली बजाने से बहुत फायदा होता है। हमारे शरीर के जितने भी ज्वाइंट होते हैं वो सभी एक्टिव रहते हैं और बॉडी में फ्रेशनेस रहती है."

-डॉ। पल्लवी रस्तोगी, एक्यूप्रेशर एक्सपर्ट

"हाथ और पैरों के तलवे हमारे शरीर का सबसे सेंसिटिव पार्ट होता है। हमारे शरीर के सभी नसें इन जगहों पर जाती हैं। ताली बजने पर होने वाले एक्शन से इनमें ब्लड सप्लाई बढ़ती है। अंगुलियों के टिप पर नसें सबसे बारीक हो जाती हैं। जिनमें खून के थक्के जमने का खतरा रहता है, लेकिन ताली बजाने से वो जम नहीं पाते."

- डॉ। यश पाल सिंह, आयुर्वेदाचार्य

sandeep.tomar@inext.co.in