बीएड के सेकेंड ईयर के लिए कॉलेजों ने रखा प्रस्ताव

कॉलेजों के मुताबिक सेकेंड ईयर में अधिकतर मा‌र्क्स प्रैक्टिकल बेस्ड होते हैं

सिर्फ 40 नंबर का ही रिटर्न में आता है पेपर

Meerut। जहां एक ओर फाइनल ईयर के एग्जाम को लेकर सीसीएसयू प्रशासन मंथन कर रहा है वहीं बीएड के फाइनल ईयर में एग्जाम की जगह प्रैक्टिकल बेस्ड कराने का प्रस्ताव कॉलेजों की ओर से रखा जा रहा है।

आ रहे प्रस्ताव

इन दिनों यूनिवíसटी में कॉलेजों की तरफ से प्रस्ताव आ रहे है। कॉलेजों में प्रैक्टिकल के बेस पर ही सेकेंड ईयर के स्टूडेंट को मा‌र्क्स दे दिए जाएं, ताकि उनको कोविड में सुरक्षा भी मिल जाए और एग्जाम भी आसानी से हो जाए। साथ ही रिजल्ट में कोई दिक्कत भी न हो।

प्रैक्टिकल फाइल पर मिले मा‌र्क्स

कॉलेजों के मुताबिक वैसे भी सेकेंड ईयर में आधे से ज्यादा मा‌र्क्स फाइल और प्रैक्टिकल के बेस पर ही मिलते हैं। कुल 40 नम्बर का ही पेपर रिटर्न में आता है। ऐसे में कोविड-19 व ब्लैक फंगस जैसी बीमारी के फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है, लिहाजा इसको ध्यान में रखते हुए प्रैक्टिकल के आधार पर ही स्टूडेंट को मा‌र्क्स दे दिए जाएं तो ज्यादा बेहतर रहेगा। इससे स्टूडेंट का भविष्य भी सुरक्षित है और स्वास्थ्य की भी सुरक्षा होगी। वहीं कुछ कॉलेजों ने प्रस्ताव दिया है कि सिर्फ ऑनलाइन वायवा कराकर स्टूडेंट को बाकी के 40 मा‌र्क्स में नंबर दिए जा सकते हैं। वैसे भी टीचिंग प्रैक्टिकल बेस पर ज्यादा डिपेंड करती हैं। ऐसे में प्रैक्टिकल व वायवा ही बेहतर ऑप्शन बताया जा रहा है। कुछ कॉलेजों के अनुसार ऑनलाइन यूनिट टेस्ट लेकर स्टूडेंट को मा‌र्क्स दिए जा सकते हैं।

आ रहे हैं प्रस्ताव

गौरतलब है कि बीएड के एग्जाम के संबंधित विभिन्न तरह के प्रस्ताव लगातार आ रहे हैं। अभी तक 34 कॉलेजों से बीएड संबंधित प्रस्ताव आ चुके हैं। इनमें 20 कॉलेजों ने वायवा व प्रैक्टिकल, 10 ने प्रैक्टिकल और चार कॉलेजों ने यूनिट टेस्ट का प्रस्ताव सीसीएसयू प्रशासन के सामने रखा है। हालांकि अभी इन प्रस्ताव को परीक्षा समिति की मीटिंग में रखने का आश्वासन दिया गया है, लेकिन अभी कैम्पस से इसके लिए कोई भी विचार नहीं किया गया है।

अभी कुछ निर्णय नहीं

वीसी प्रो। एनके तनेजा ने बताया कि इस मामले में अभी कुछ नहीं कह सकते हैं। परीक्षा समिति की मीटिंग होगी, शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा, यूजीसी से भी परमिशन ली जाएगी सभी चीजें देखनी है उसके बाद ही फैसला लिया जाएगा, फिलहाल कॉलेजों को प्रैक्टिकल की तैयारी कराने के लिए बोल दिया गया है।