10 फीसदी से भी कम आए आवेदन, पांच दिन की प्रतियोगिता मे
बिना प्रचार-प्रसार के प्रतियोगिता को नहीं मिला रेस्पांस
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 से शहरवासियों को जोड़ने के लिए निगम ने शुरू की थी प्रतियोगिता
Meerut। नगर निगम की स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की तैयारियों पर लापरवाही हावी होने लगी हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण से शहर के युवा, छात्र और बच्चों को जोड़ने के लिए निगम द्वारा शुरू की गई प्रतियोगिता बिना प्रचार के ही सिमट गई। दरअसल, पांच दिन पहले मुख्यालय से निगम को प्रतियोगिता कराने का आदेश मिला था। जिसके बाद आनन-फानन में निगम ने बिना प्रचार के प्रतियोगिता शुरू करा दी। मगर अंतिम दिन तक भी कुछ खास रेस्पांस निगम को नहीं मिल सका। जबकि प्रतियोगिता में अधिक से अधिक एंट्री कराने के लिए निगम के आला अधिकारी और स्टाफ कर्मचारियों को लगाया गया था।
अधर में रही प्रतियोगिता
लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करने के लिए नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 प्रतियोगिता का आयोजन किया था।
प्रतियोगिता के लिए 30 नवंबर तक ही प्रविष्टियां मांगी गई थी।
शहर में अभी तक लोगों को इस प्रतियोगिता की पूरी जानकारी तक नहीं है।
बिना प्रचार के ही प्रतियोगिता को पूरा करा दिया गया।
सोमवार देर शाम तक इस प्रतियोगिता में 10 प्रतिशत प्रविष्टियां भी नहीं आ सकी।
निगम के आला अधिकारियों ने अपने परिजनों के माध्यम से प्रविष्टियां भेजकर खानापूर्ति करा दी।
शार्ट फिल्म और जिंगल की आई एंट्री
इस प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए शहर के छात्र, युवा, बच्चे, महिला आदि को स्वच्छता सर्वेक्षण से जुडे़ विभिन्न टॉपिकों पर जिंगल, शार्ट वीडियो, पोस्टर, ड्राइंग, स्ट्रीट प्ले, म्यूरल, वॉल आर्ट आदि को तैयार कर नगर निगम की वेबसाइट, इंस्टाग्राम, ट्वीटर और यू-ट्यूब लिंक पर अपलोड करना था। इस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार 2100, द्वितीय पुरस्कार 1100 और तृतीय पुरस्कार पर 501 रुपये दिया जाएगा।
इन थीम पर भेजनी थी प्रविष्टियां
स्वच्छ मोहल्ला
हरे-नीले बिन की आवश्यकता
3 आर- रिडयूस, रियूज, रिसाइकल की महत्ता
होम कंपोस्टिंग
प्लास्टिक बैन की आवश्यकता
वायु गुणवत्ता में सुधार
शौचालयों की उपयोगिता
स्वच्छ भारत मिशन
इस प्रतियोगिता के लिए समय काफी कम मिला था। मगर विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार कर इस प्रतियोगिता को पूरा करा दिया गया है। जल्द ही बेहतरीन प्रविष्टियों का चयन किया जाएगा।
डॉ। गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी