नकली बुक्स प्रकरण में कांग्रेस ने की गिरफ्तारी की मांग

Meerut। एनसीईआरटी की फर्जी किताबों के लेकर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित प्रदर्शन को रोकने पर जिला कांग्रेस कार्यालय पर जमकर हंगामा हुआ। तय कार्यक्रम के अनुसार कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुढ़ाना गेट से बीजेपी कार्यालय तक मार्च निकालने का प्रयास किया तो जिला प्रशासन और पुलिस ने धारा 144 और कोविड 19 गाइडलाइन का हवाला देते हुए रैली निकालने से मना कर दिया। इस पर कांग्रेसी बिफर गए और बीच सड़क पर ही जमकर हंगामा किया। इस दौरान बीजेपी विरोधी नारेबाजी के साथ जमकर हंगामा हुआ। कार्यकर्ताओं को काबू करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग तक करना पड़ा।

बाहर रोके गए कांग्रेसी

दरअसल एनसीआईटी बुक्स प्रकरण में कांग्रेस कमेटी द्वारा मंगलवार को बुढ़ाना गेट स्थित कांग्रेस कार्यालय से बीजेपी कार्यालय तक विरोध मार्च प्रस्तावित किया गया था। इस मार्च के तहत कांग्रेस जिला अध्यक्ष अवनीश काजला के नेतृत्व में कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता मंगलवार सुबह जिला कांग्रेस कार्यालय बुढ़ाना गेट पर एकत्र हो गए। लेकिन जैसे ही कार्यकर्ताओं ने बुढ़ाना गेट से बीजेपी कार्यालय तक मार्च निकालने का प्रयास किया कांग्रेस कार्यालय के बाहर ही सिटी मजिस्ट्रेट व सीओ कोतवाली ने फोर्स के साथ आगे बढ़ने से रोक दिया। कांग्रेसियों ने जबरन अपना मार्च निकलाने का प्रयास किया जिस पर पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच जमकर गहमागहमी हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि कांग्रेसियों की पुलिस के साथ हाथापाई और धक्कामुक्की तक हो गई। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष से पुलिस अधिकारियों की तीखी नोकझोंक हुई।

तीन दिन का अल्टीमेटम

इस प्रदर्शन के माध्यम से कांग्रेस की मांग थी कि किताब प्रकरण मामले में सीबीआई जांच की जाए और मामले से जुडे़ भाजपा के पदाधिकारियों की गिरफ्तारी भी हो। जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष अवनीश काजला ने कहा कि योगी सरकार पूरी तरह से फर्जी किताब छापने को बचाने के लिये लगी हुई है। पुलिस दोषियों को गिरफ्तार न कर दबिशो का शोर मचा रही हैं। अगर पुलिस प्रशासन ने तीन दिन के अंदर दोषियों को गिरफ्तार कर पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की घोषणा नहीं की तो विरोध प्रदर्शन तेज किया जाएगा। प्रदर्शन में रोहित गुर्जर, मोनिंदर सूद, सलीम खान, महेन्द्र शर्मा, बबीता गुर्जर, नवनीत नागर, विनोद सोनकर, इकराम कुरैशी (पार्षद), नीतीश भारद्वाज, हिमांशु पंडित आदि शामिल रहे।