सूरजकुंड शमशान घाट पर दहन के लिए आने वाले शवों की संख्या हुई कम

लकड़ी की सप्लाई भी 60 कुतंल करीब से घटकर 20 कुंतल करीब तक पहुंची

Meerut। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले माह से शुरू हुआ मौतों का सिलसिला कुछ कम होना शुरू हुआ है। दरअसल, ये अंदाजा इस बाबत लगाया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों में शमशान पर पहुचने वाले शवों की संख्या कम हो गई है। साथ ही शव दहन के लिए की जाने वाली लकडि़यों की सप्लाई भी 60 कुंतल करीब से घटकर 20 कुंतल के करीब आ गई है।

50 से 60 कुंतल

दरअसल, पिछले माह अचानक कोरोना संक्रमण के कारण सूरजकुंड शमशान घाट पर आने वाले शवों की संख्या में तेजी आ गई थी। इस कारण से शवों के लिए लकडि़यों की डिमांड 50 से 60 कुतंल प्रतिदिन तक पहुंच गई थी। वहीं 19 अप्रैल से लगातार सूरजकुंड पर 50 से अधिक शव दहन के लिए आ रहे थे। इनकी संख्या कई दिन 70 तक भी रही। इतना ही नहीं, शवों के दहन के लिए पिछले सप्ताह तक प्रतिदिन 50 से 60 कुतंल लकडि़यां सूरजकुंड शमशान घाट पर भेजी जा रही थी।

20 से 30 कुतंल

पिछले पांच दिनों की बात करें तो सूरजकुंड शमशान घाट पर आने वाले शवों की संख्या में कमी आई है। वहीं बुधवार को 32 शवों का दहन सूरजकुंड शमशान घाट पर किया गया। इसके अलावा अंतिम संस्कार के लिए आने वाले शवों की संख्या कम होने से लकडि़यों की सप्लाई भी 60 कुंतल से घटकर 20 से 30 कुतंल पर आ गई है।

तारीख शवों की संख्या

7 मई 59

8 मई 51

9 मई 50

10 मई 44

11 मई 30

12 मई 32

शवों की संख्या 22

वहीं यदि सूरजकुंड शमशान के तीन दिन के आंकडों पर नजर डालें तो केवल कोविड संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या तीसरे दिन भी बढ़ी है। वहीं सामान्य शवों की संख्या लगातार कम हो रही है। हालांकि इस माह की शुरुआत में कोविड संक्रमित शवों की संख्या 50 थी, जो अब घटकर 22 पर पहुंच गई है।

तारीख कोविड संक्रमित शव

10 मई 14

11 मई 19

12 मई 22

सूरजकुंड शमशान घाट पर दहन के लिए आने शवों की संख्या में कमी आ रही है। कोरोना संक्रमितों शवों की संख्या भी कम दर्ज की जा रही है। इससे लकडि़यों की खपत भी कुछ कम हुई है, यह राहत की बात है।

ब्रजपाल सिंह, सहायक नगरायुक्त

इस सप्ताह लकडि़यों की डिमांड में कमी आई है। पहले 60 कुंतल प्रतिदिन तक डिमांड थी, जो अब घटकर 20 कुंतल प्रतिदिन तक पहुंच गई है।

संजय लोधी, मानव सेवा संस्थान सेवा समिति