कैंट बोर्ड बैठक में 61 दिन के लिए बढ़ाए गए कैंट के 11 टोल पाइंट के ठेके

सोमवार को डेढ़ घंटा की मीटिंग में चलता रहा एक ही मुद्दा

Meerut। कैंट बोर्ड की बैठक में सोमवार को विरोध के बीच 61 दिन के लिए बढाए गए कैंट के 11 टोल पाइंट के ठेके बढ़ा दिए गए। हालांकि, ठेकेदार ने केंद्र सरकार की गाइडलाइन का हवाला देते हुए 77 दिन ठेका बढ़ाने या फिर 56 लाख रुपए वापसी की मांग की थी। सुबह 11.30 बजे से शुरू हुई और डेढ़ घंटे में खत्म हो गई।

विधायक ने किया विरोध

कैंट बोर्ड सीईओ ने बैठक में यह प्रस्ताव रखा तो विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल ने स्पष्ट कह दिया कि जिस व्यक्ति की वजह से कैंट बोर्ड की कोर्ट में किरकिरी हुई, उसको ठेका बढ़ाकर नहीं दिया जाना चाहिए, कैंट बोर्ड के सदस्यों ने कहा कि विधायक जो कह रहे हैं हम उनकी बात का समर्थन करते हैं।

नहीं कर सकते नुकसान

सीईओ और कमांडर ने कहाकि सरकार की गाइडलाइन को अनदेखा नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कैंट बोर्ड को 2 महीने में 2 करोड़ 40 लाख रुपए का नुकसान होगा। फिलहाल नया टेंडर अभी किसी को दिया नहीं गया है, ऐसे में कैंट बोर्ड के पास इतने कर्मचारी नहीं है कि वह खुद ठेका चला सके। कमांडर और सीईओ ने कहाकि रक्षा मंत्रालय से आदेश है कि अपना रेवेन्यू वसूल करके अपनी सैलरी निकालिए ऐसे में हम घाटा नहीं सह सकते हैं। वहीं, एडीएम सिटी अजय कुमार तिवारी ने कहाकि हमने इस तारीख तक का समय दिया था कि मवाना रुड़की और दिल्ली रोड पर टोल नहीं वसूला जाएगा लेकिन कोर्ट के आदेश पर वसूला गया पर अब हमारी तरफ से बिल्कुल नो है।

व्यवस्था नहीं है

एडीएम सिटी ने कहाकि ला एंड आर्डर को देखते हुए अब टोल का ठेका नहीं बढ़ाया जाना चाहिए। एडीएम सिटी ने कहा वहां पर कोई इंतजाम नहीं है। गनीमत है कि हादसा नहीं हुआ है। अफसरों ने कहाकि अभी यह ठेका दो महीने के लिए बढाया जा रहा है। एडीएम सिटी ने कहाकि अगर ला एंड आर्डर की स्थिति खराब होती है। इसके जिम्मेदार कैंट बोर्ड के अधिकारी होंगे। बोर्ड बैठक में ठेकेदार का भी पक्ष लिया गया। ठेकेदार ने बोर्ड के निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि टोल की जगह पर कोई व्यवस्था नहीं है। बस इतना कहते हुए एडीएम सिटी उठकर चल दिए।

बदल दिया था टोल का नाम

तीनों सड़कें पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई के स्वामित्व की हैं,ऐसे में इन पर कैंट बोर्ड टोल नहीं वसूल सकता है,इस पर कोर्ट ने भी रोक लगा दी थी। जिसके बाद देश की कई छावनी से अफसरों ने टोल का नाम खत्म करते हुए इसे वाहन प्रवेश शुल्क का नाम दे दिया था।

61 दिन बाद मिलेगा नया टेंडर

बैठक में टोल का ठेका 61 दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। दरअसल के कारण ठेकेदार ने 77 दिन लॉकडाउन पीरियड को देखते हुए ठेका बढ़ाने के लिए बोर्ड को पत्र दिया था। करीब डेढ़ घंटे चर्चा और विरोध के बीच कैंट बोर्ड ने 61 दिन के लिए कैंट बोर्ड का ठेका यथावत रखने का निर्णय लिया है। यह ठेका 6 फरवरी 2021 की रात तक यथावत रहेगा। इसमें कैंट के सभी 11 जगह से टोल की वसूली होती रहेगी।

ये रहे मौजूद

बोर्ड बैठक में बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर अर्जुन सिंह राठौर, सीईओ नवेंद्र नाथ एडम कमांडेंट संदीप साल्वेलकर जीई साउथ एनए मैतेई व अन्य आर्मी सदस्य और सिविल सदस्यों में रिनी जैन बुशरा कमाल, बीना वाधवा, नीरज राठौड़, अनिल जैन, मंजू गोयल, धर्मेंद्र सोनकर व कार्यालय अधीक्षक जय पाल तोमर ओर रेवेन्यू सेक्शन से हितेश कुमार शामिल रहे। उपाध्यक्ष विपिन सोढ़ी बैठक में मौजूद नहीं थे।