सीसीएसयू में यूजी व पीजी के रेगुलर व प्राइवेट के एग्जाम की कॉपियों का हो रहा मूल्यांकन
मूल्यांकन से बच रहे टीचर्स को यूनिवर्सिटी भेज रही नोटिस
20 जून तक सीसीएसयू ने मूल्यांकन कार्य पूरा करने का किया था दावा
Meerut। सीसीएसयू में यूजी व पीजी के रेगुलर व प्राइवेट के एग्जाम की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य चल रहा है। जून का महीना खत्म होने को है पर अभी 50 हजार कॉपियों का मूल्यांकन बचा है। हालांकि, यूनिवर्सिटी की ओर से मूल्यांकन से बच रहे टीचर्स को नोटिस भेजा जा रहा है।
ये है स्थिति
यूनिवíसटी एक केंद्र पर कॉपियों के मूल्यांकन का काम पूरा हो चुका है।
3 केंद्रों पर अभी भी चल रहा है मूल्यांकन कार्य
एक केंद्र तो सीसीएसयू कैम्पस के अंदर है, जहां मूल्यांकन चल रहा है।
मूल्यांकन में न जाने वाले टीचर्स को सीसीएसयू भेज रहा नोटिस
अब मूल्यांकन कार्य में देरी होने की जताई जा रही आशंका
एचआडी मिनिस्ट्री के निर्देशों के मुताबिक अक्टूबर में यूनिवर्सिटी खुलने को लेकर भी मंथन जारी
सीसीएसयू में यूजी व पीजी के रेगुलर व प्राइवेट की कॉपियों का हो रहा मूल्यांकन
4 लाख 26 हजार 69 कॉपियों का मूल्यांकन मेरठ, सहारनपुर मंडल के केंद्रों पर हो रहा है।
7 सेंटर्स पर सीसीएसयू की ओर से कराया जा रहा है मूल्यांकन कार्य
4 केंद्र मेरठ में बनाए गए हैं मूल्यांकन के लिए
2.5 लाख करीब कॉपियां जांची जा चुकी है मूल्यांकन के दौरान
1.5 लाख सीसीएस यूनिवर्सिटी की कॉपियों का हो चुका है मूल्यांकन
50 हजार कॉपियों का मूल्यांकन कार्य अभी है बाकी
200 कुल टीचर्स की मूल्यांकन कार्य में लगाई है ड्यूटी
30 प्रतिशत शिक्षक मूल्यांकन कार्य में नहीं ले रहे भाग
मूल्यांकन से बचने के लिए हॉटस्पॉट और बीमारी का बता रहे बहाना
बीमारी बताने वाले टीचर्स से सीसीएसयू ने मांगा मेडिकल सर्टिफिकेट
कही लेट न हो जाए रिजल्ट
अगर मूल्यांकन लेट हो गया तो रिजल्ट भी लेट होगा। ऐसे में अगली क्लास में एडमिशन की प्रक्रिया भी लेट होगी। इसका असर सेशन पर पड़ेगा। अब शिक्षा मंत्री के बयान देने के बाद से ऐसा भी अनुमान है मूल्यांकन कार्य बीच में ही न रोकना पड़ जाए, अगर ऐसा होता है तो सारा काम बीच में ही अटक जाएगा, इसको लेकर मंथन किया जा रहा है।
टीचर्स को बुलाया गया है, कुछ को नोटिस दिया गया है। प्रयास है कि जल्द से जल्द सभी कॉपियां चेक हो जाएं, इसी मंथ में कार्य पूर्ण हो, फिर भी अगर कोई निर्देश आता है मूल्यांकन को लेकर तो उसके हिसाब से काम किया जाएगा।
अश्वनी कुमार, परीक्षा नियंत्रक सीसीएसयू