कोरोना अस्पताल हुए फुल, प्राइवेट में वेटिंग

दिल्ली, नोयडा समेत अन्य जिलों से आ रहे मरीज

Meerut। हमारा पेशेंट बहुत गंभीर है, कहीं बेड नहीं मिल रहा, किसी तरह एक बेड का इंतजाम करवा दो, दिल्ली में इलाज नहीं मिल रहा, मेरठ ले आए, वेंटिलेटर की जरूरत है, किसी तरह एक बेड की व्यवस्था कर दो, कहीं बेड नहीं मिल रहा, मरीज मर जाएगा ऑक्सीजन लेवल बहुत डॉउन हो गया है,

जिले में ऐसी आवाजें लगभग हर कोविड अस्पताल के बाहर सुनाई दे रही हैं। लोग मरीजों को लेकर तीमारदार इधर-उधर भटक रहे हैं लेकिन किसी भी अस्पताल में बेड नहीं मिल पा रहे हैं। निजी अस्पतालों में 30 से 50 मरीजों की वेटिंग चल रही है। उधर, दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा समेत कई जिलों के मरीज इलाज की उम्मीद लेकर मेरठ पहुंच रहे हैं, क्योंकि इन जगहों पर पहले ही बेड का संकट है।

व्यवस्थाएं चरमराईं

कोरोना संक्रमण के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि के चलते जिले में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई हैं। आधी-अधूरी तैयारियों के साथ संक्रमण से लड़ने में विभाग फेल साबित हो रहा है.मरीजों को बेड के साथ- साथ दवाइयों तक के लिए जूझना पड़ रहा है। सोर्स सिफारिश के बाद भी मरीजों को न तो बेड ही मिल पा रहा है न ही इलाज की व्यवस्था हो रही है।

लूट रहे एंबुलेंस चालक

एंबुलेंस संचालक भी जमकर लूट रहे हैं। दिल्ली से मेरठ आए एक मरीज के तीमारदार ने बताया कि गढ़ रोड स्थित एक प्राइवेट अस्पताल से बागपत रोड स्थित अस्पताल तक जाने के लिए एंबुलेंस चालक ने 4 हजार रुपये वसूल लिए, वह एक ही था, जो बड़ी मुश्किल से चलने के लिए तैयार हुआ था।

अपर्याप्त ऑक्सीजन, बढ़ा संकट

मरीजों की बढ़ती संख्या के साथ ही जिले में ऑक्सीजन का संकट भी बड़ा होता जा रहा है। प्राइवेट अस्पतालों में कुछ ही घंटों का बैकअप बच रहा है। अस्पतालों का कहना है कि अगर समय से पूíत नहीं होती है तो मरीजों की जान पर बन आएगी। हालांकि एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि उनके पास फिलहाल पर्याप्त ऑक्सीजन है। 24 घंटे से ज्यादा का बैकअप उपलब्ध है। उधर, संतोष अस्पताल में मंगलवार को ऑक्सीजन खत्म होने के बाद करीब 60 सिलेंडर की सप्लाई बुधवार दोपहर तक हो गई। इस दौरान दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट हुए मरीजों को भी वापिस एडमिट कर लिया गया।

बेड उपलब्ध नहीं है। वेटिंग चल रही है। ऑक्सीजन का स्टॉक भी कम है। देर रात सप्लाई होने पर ही बैकअप मेंटेन किया जा रहा है। आने वाले समय में संकट खड़ा हो सकता है।

मुनीश पंडित, मैनेजर, आनंद अस्पताल

कोरोना संक्रमण तेज हो गया है। हम लगातार संसाधन बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। शासन और प्रशासन से लगातार मदद मांगी जा रही है।

डॉ अखिलेश मोहन,सीएमओ, मेरठ