अंतिम और तीसरे सर्वे में पब्लिक फीडबैक के 1500 अंकों के प्रति लापरवाह निगम

कमिश्नरी चौराहे के आसपास सीमित स्वच्छता सर्वेक्षण का प्रचार-प्रसार अभियान

सेल्फ ऑब्जर्वेशन के लिए 1500 अंक और स्टार रेटिंग के लिए मिलेंगे 1000

Meerut। स्वच्छता सर्वेक्षण में सफलता के लिए नगर निगम को अपने एक एक अंक के दावे को पूरी सत्यता और मेहनत के साथ साबित करना है। मगर निगम की लापरवाही खुद के ही दावे पर भारी पड़ रही है। हालत यह है कि करीब 1500 अंकों की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पब्लिक फीडबैक पर निगम की लापरवही इस कदर हावी है कि शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण के प्रचार-प्रसार के नाम पर केवल कमिश्नरी चौराहे के आसपास दीवारों पर संदेश लिखे गए हैं। इसके अलावा शहर में कुछ होर्डिग्स लगाकर खानापूर्ति की गई है। स्टार रेटिंग के मामले में निगम अभी तक अधर में हैं जबकि इसके लिए भी अंतिम चरण में 1000 अंक निर्धारित हैं।

फीडबैक रहेगा महत्वपूर्ण

स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के पहली तिमाही में मेरठ नगर निगम ने मात्र 930.86 अंकों के साथ दावेदारी पेश की थी। जिसमें मेरठ को 578.81 अंक मिले और 10 लाख की आबादी वाले शहरों में मेरठ 39वें स्थान पर रहा। वहीं दूसरी तिमाही में नगर निगम ने 1630.50 अंकों की दावेदारी की थी, जिसमें मेरठ को 1238.47 अंक प्राप्त हुए हैं। इस तरह नगर निगम पहली तिमाही में जहां 1772वें नंबर पर था वहीं दूसरी तिमाही में 340वें स्थान पर पहुंच गया है। अब नगर निगम को अंतिम तिमाही में जोर लगाना है और इसमें सफलता के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमिका पब्लिक फीडबैक की है। यानि निगम के काम, साफ-सफाई और उपलब्धियों से जनता कितनी संतुष्ट है, इस पर जनता को अपना ऑनलाइन फीडबैक देना है।

टॉप 100 के लिए प्रयास

स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार दो तिमाही में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद मेरठ के टॉप 100 में आने की उम्मीद बंध गई है। मगर इसके लिए अंतिम सर्वे में खरा उतरना पडे़गा। आखिरी सर्वे में पब्लिक फीडबैक के 1500 अंकों के साथ-साथ सेल्फ ऑब्जर्वेशन के लिए 1500 अंक और स्टार रेटिंग के लिए 1000 अंक नगर निगम को मिलेंगे। इसके अलावा शहर में स्वच्छता को लेकर चलाए जा रहे कंपोस्टिंग यूनिट, शौचालय आदि के लिए भी अंक मिलेंगे।

अगले और अंतिम चरण में जनता का फीडबैक काफी महत्वपूर्ण है। इसके लिए निगम ने प्रचार-प्रसार किया है। हम लोगों के घर-घर जाकर उन्हें स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए जागरुक कर रहे हैं। अंतिम चरण के बाद टॉप 100 में हम अपनी जगह बना लेंगे।

ब्रजपाल सिंह, अपर नगरायुक्त