आई स्पेशल

- मूल्यांकन के दौरान इस वर्ष भी विषयवार शिक्षकों का रहेगा टोटा

- 30 मार्च से शुरु होगा यूपी बोर्ड का मूल्यांकन, मेरठ में चार केंद्र

Meerut। यूपी बोर्ड की ओर से आयोजित की गई हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन की तिथि शासन की ओर से घोषित कर दी गई है। इसके लिए मेरठ जनपद में चार मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। वहीं मूल्यांकन के दौरान ही एडमिशन की प्रक्रिया भी शुरु हो रही है। जिसके चलते शिक्षकों का टोटा होने की आशंका है।

17 जनपदों में 60 मूल्यांकन केंद्र

30 मार्च से मूल्यांकन कार्य शुरू कर दिया जाएगा। वहीं क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय के अंतर्गत आने वाले चारों मंडलों के 17 जनपदों में मूल्यांकन कार्य के लिए 60 केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें 31 केंद्रों पर हाईस्कूल व 29 केंद्रों पर इंटरमीडिएट की कॉपियों का मूल्यांकन किया जाएगा। मूल्यांकन का समय नजदीक आते ही शिक्षा विभाग ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। मेरठ में चार केंद्रों में से दो पर इंटर व दो पर हाईस्कूल का मूल्यांकन होगा।

अभी तक नियुक्त नहीं हुए शिक्षक

मूल्यांकन की तिथि नजदीक आ गई हैं.लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से अभी तक मूल्यांकन कार्य के लिए नियुक्त किए जाने वाले शिक्षकों की संख्या तक तय नहीं तय की गई है। उधर मूल्यांकन के साथ ही स्कूलों में एडमिशन की प्रक्रिया भी शुरु हो चुकी है। ऐसे में मूल्यांकन कार्य के समय विषयवार शिक्षकों का टोटा होना निश्चित है। वहीं मूल्यांकन में पारदर्शिता रखने के लिए इस बार मुख्यालय ने कॉपियों की री चेकिंग के लिए भी निर्देश जारी किए है। इसके साथ ही कॉपियों की चेकिंग काफी ध्यान से करने के लिए भी कहा गया है।

कॉपी घर ले जाने पर हो सकती है कार्रवाई

यूपी बोर्ड मूल्यांकन की प्रक्रिया में होने वाली लापरवाही पर अब शासन सख्त हो गया है.मूल्यांकन को लेकर बोर्ड ने सख्त निर्देश जारी करने के साथ ही कॉपी घर ले जाने वालों पर कानूनी कार्रवाई करने की हिदायत भी दी है। इस संबंध में बोर्ड ने सभी डीआईओएस व आलाधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिए हैं।

लापरवाही पर होगी एफआईआर

यूपी बोर्ड में 30 मार्च को शुरू होने वाले मूल्यांकन की प्रक्रिया को लेकर इस वर्ष शासन की ओर से काफी सख्ती दिखाई गई है। मूल्यांकन को लेकर सभी डीआईओएस को जारी किए गए निर्देशों में कहा गया है कि अगर कोई कॉपी निरीक्षक मूल्यांकन के समय किसी तरह की लापरवाही करता हैं या फिर कॉपियों को अपने घर चेकिंग के लिए ले जाता है तो उस पर सख्ती बरतते हुए कार्रवाई की जाए। जिला विद्यालय निरीक्षक श्रवण कुमार यादव का कहना है कि मूल्यांकन के समय अगर कोई कॉपी गायब करता हैं या कॉपी लेकर घर जाता है तो संबंधित एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।