मेडिकल कॉलेज में लापरवाही के चलते बदल गए शव

परिवार ने दूसरे शव का कर दिया अंतिम संस्कार

लखनऊ तक पहुंचा मामला, जांच कमेटी गठित

Meerut। कोरोना काल में लाला लाजपत राय मैमोरियल मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर घोर लापरवाही सामने आई है। शनिवार को दो कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत के बाद डॉक्टर्स ने बिना जांच पड़ताल के शव परिजनों को सौंप दिया। अंतिम संस्कार करने जा रहे परिजनों ने जब चेहरा देखा को उनके होश उड़ गए। मामला खुलने के बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन में हड़कंप मच गया। परिजनों की शिकायत के बाद डीएम अनिल ढींगरा ने तुरंत एडीएम सिटी अजय तिवारी व सीएमओ डॉ। राजकुमार के नेतृत्व में तीन डॉक्टर्स की जांच कमेटी गठित कर दी।

ये है मामला

मेडिकल कॉलेज के लेवल-3 कोविड वार्ड में शनिवार को कोरोना संक्रमित दो मरीजों को भर्ती कराया गया था। इसमें एक मरीज मोदीनगर निवासी गुरूवचन सिंह थे, जबकि दूसरे कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के फाजलपुर निवासी यशपाल शामिल थे। शनिवार को दोनों मरीजों की मौत हो गई थी। इस दौरान कोविड वॉर्ड में ड्यूटी कर रहे स्टाफ ने बिना देखे ही शव परिजनों को सौंप दिए। इस दौरान फाजलपुर निवासी यशपाल के परिजनों ने शव का तुरंत ही अंतिम संस्कार कर दिया था, जबकि मोदीनगर निवासी गुरूवचन के बेटे ने अंतिम दर्शन की इच्छा के चलते जैसे ही पिता का चेहरा देखा तो उसके होश उड़ गए। शव उनके पिता का न होकर किसी और का था।

डीएम को दी जानकारी

गुरुबचन के बेटे ने बताया कि शव पर उनके पिता का नाम व घर का पता लिखा हुआ था। इसके बाद उन्होंने तुरंत अंतिम संस्कार रूकवा कर इसकी जानकारी मेडिकल कॉलेज स्टाफ को दी। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां लेडी स्टाफ ने शव देखने की बात पर उल्टी फटकार लगाई और काफी अभद्रता भी की। किसी तरह मामले की जानकारी जब डीएम अनिल ढींगरा को दी गई। जानकारी मिलते ही सभी अधिकारियों में खलबली मच गई। इसके बाद जांच कमेटी का गठन किया गया जिसमें प्रो। विनय कुमार, डॉ। तुंगवीर सिंह आर्य व विभू साहनी को रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।

टैग लगाने में गड़बड़ी

वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएमओ डॉ। राजकुमार एडीएम सिटी अजय तिवारी के साथ मेडिकल कालेज में पहुंचे और अपने स्तर से जांच की। सीएमओ डॉ। राजकुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में शवों पर टैग लगाने में गडबडी का मामला सामने आया है, जिस कारण शव बदल गए। हालांकि जांच कमेटी भी अपने स्तर से जांच पड़ताल करने में जुटी है। मामले की जानकारी लखनऊ तक पहुंचने के बाद वहां से भी रिपोर्ट मांगी जा रही है।

सिस्टर को हटाया

शव बदलने के मामले में रविवार देर रात जांच कमेटी ने अपनी पहली रिपोर्ट मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल को सौंप दी। प्रिंसिपल डॉ। ज्ञानेंद्र ने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार प्रथम दृष्टया लापरवाही का जिम्मेदार कोविड वार्ड के आईसीयू में ड्यूटी कर रही सिस्टर को माना गया है। रिपोर्ट मिलते ही सिस्टर को कोविड वार्ड से हटाकर मेट्रन कार्यालय से अटैच कर दिया गया। उन्होंने बताया कि पूरी जांच रिपोर्ट सोमवार को मिलेगी।