वीसी ने कर्मचारियों के गोपनीय विभाग में जाने से लगाई रोक

Meerut। सीसीएस यूनिवर्सिटी से भ्रष्टाचार खत्म करने की दिशा में कदम उठाते हुए वीसी ने गोपनीय विभाग में कर्मचारियों की एंट्री बैन कर दी है। यानि की अब तक जो छात्र कर्मचारियों को कुछ पैसा देकर अपनी डिग्री ले लेते थे अब उनको छात्र सहायता केंद्र पर जाकर बकायदा फार्म भरकर ही अपनी डिग्री लेनी होगी। कोई भी कर्मचारी चाह कर भी छात्रों को गलत तरीके से डिग्री नही दे पाएगा। इसके बाद अब डिग्री व डॉक्यूमेंट संबंधित कामों को अब छात्र सहायता केंद्र के माध्यम से किया जाएगा। इससे समय पर सिस्टम से काम किया जाएगा और इसके साथ ही घर पर ही डिग्री भेजने का काम होगा। एसएमएस के माध्यम से ही डॉक्यूमेंट देने के लिए बुलाया जाएगा वो भी छात्र सहायता केंद्र पर ही बुलाया जाएगा।

शिकायतों पर एक्शन

दरअसल, कुछ दिनों से लगातार आ रही छोटी मोटी शिकायतों के चलते वीसी ने गुरुवार को सख्त निर्देश दिए है कि गोपनीय विभाग में कर्मचारियों की भी एंट्री अब बैन होगी। इससे पहले केवल स्टूडेंट व बाहरी लोगों की एंट्री को ही बैन किया गया था। लेकिन अब वीसी के अनुसार कर्मचारी भी डॉक्यूमेंट व डिग्री के काम से नहीं जा पाएंगे। यदि किसी का काम है तो उसको पहले छात्र सहायता केंद्र से फार्म भरकर जमा करना होगा। इस संबंध में फार्म में भरे गए फोन नम्बर पर एसएमएस आ जाएगा, जिसमें बताया जाएगा कि उनकी डिग्री कब तक आ जाएगी। इसमें कर्मचारियों को दखल नहीं होगा छात्र डायरेक्ट अपनी डिग्री नही निकलवा पाएंगे। इससे विवि में फैली रिश्वतखोरी पर भी काफी हद तक लगाम लग पाएगी। सीसीएसयू के वीसी प्रो। एनके तनेजा ने बताया कि गोपनीय में कर्मचारियों की एंट्री पारदर्शिता बनाए रखने के लिए बैन की गई है।