-शहर का ट्रैफिक दुरुस्त हो इसको लेकर कवायद शुरू

-6 मिनट में मिलेगी सिटी बस, सस्ता दर पर सुगम यातायात मुहैया कराएगा रोडवेज

-पुलिस-प्रशासन एवं ट्रैफिक अधिकारियों के साथ बैठक

Meerut: ई-रिक्शा को मुख्य मार्गो से हटाया जाए और मुख्य मार्गो पर एमसीटीएनएल सिटी बसों का संचालन प्रॉपर करे। किराए की सस्ती दरों को 'कैच' करो। सस्ता और सुलभ यातायात मुहैया कराओगे तो सड़क पर वाहनों का रेला कम होगा तो वहीं जाम से निजात मिलेगी। मंगलवार को मेरठ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (एमसीटीएनएल) के साथ बैठक कर डीएम बी। चंद्रकला ने जाम से निजात के कारण तलाशे।

बसों में लगाएं एलईडी डिस्प्ले

डीएम ने कहा कि दिल्ली की तर्ज पर बसों पर एलईडी डिस्पले लगाकर बस का रूट व उसका रूट नंबर भी अंकित करायें ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हों। डीएम ने नगर निगम, मेरठ विकास प्राधिकरण एवं आवास विकास के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह यह सुनिश्चित करें कि जनपद में जिन 16 रूटों पर रोडवेज परिवहन संचालित है वहां कहां-कहां नए बस स्टॉप बनाए जाने हैं। बस स्टॉप पीपीपी मॉडल पर बना सकते हैं।

सस्ता सुगम ट्रांसपोर्ट

आरएम रोडवेज आरपी सिंह ने बताया कि सिटी बसों का किराया 75 पैसा प्रति किमी है, जो कि सबसे कम है। डीएम ने कहा कि सस्ते किराए को प्रमोट करें। ई-रिक्शा को मुख्य मार्ग से हटा दें, जिन जगहों पर सिटी बसें नहीं पहुंचती हैं वहां ई-रिक्शा चलें। एसपी ट्रैफिक किरन यादव ने कहा कि ई-रिक्शा जाम की सबसे बड़ी समस्या है। शहर में करीब 16 हजार ई-रिक्शा सड़कों पर दौड़ रहा है जबकि महज 300 ही रजिस्टर्ड हैं। एआरटीओ दीपक के शाह को डीएम ने ई-रिक्शा के संबंध गाइडलाइन बनाने के निर्देश दिए।

ये है स्थिति

-जनपद में 16 रूटों पर 120 बसें संचालित है।

-20 नई बसें जनवरी माह में आएंगी।

-16 रूटों पर प्रात: 4 बजे से रात्रि 11 बजे तक हर 6 मिनट में बस।

-बसों में महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों, विकलांगों के लिए सीटें होंगी आरक्षित।

ये रहे मौजूद

बैठक में एडीएम सिटी मुकेश चन्द्र, नगर आयुक्त देवेन्द्र सिंह कुशवाह, एनएचआई के राहुल कुमार, पीडब्ल्यूडी के अभियंता अनिल कुमार, एई यूपी एयूपी राजीव गर्ग, अधिशासी अभियंता एमडीए डीसी तोमर, मुख्य अभियंता नगर निगम केबी वाष्र्णेय, सीओ ट्रैफिक ज्ञानवती तिवारी आदि मौजूद थे।