44 सिटी बसों का अधिगृहण कर चुनाव डयूटी पर लगाया

कोरोना के कारण करीब 36 बसें कानपुर में अटकी

Meerut, साल भर से सिटी बसों की कमी से जूझ रहे शहर के दैनिक यात्रियों के लिए इस साल भी सिटी बसों का सफर आसान नही है। साल के शुरुआत में कानपुर से सीएनजी सिटी बसों की सौगात मेरठ को मिल तो गई लेकिन इन बसों के संचालन से पहले ही कोरोना संक्रमण के कारण बसों की डिलीवरी अधर में अटक गई। वहीं जितनी बसों का संचालन शुरु हुआ है उनको भी पंचायत चुनाव के लिए भेज दिया गया है। इससे शहर में सिटी बसों का संचालन पूरी तरह बंद हो गया है। हालांकि संक्रमण के चलते पहले से ही सिटी बसों को सवारियों की किल्लत से जूझना पड़ रहा था।

पंचायत चुनाव में गई बसें

पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के लिए गुरुवार को 44 सीएनजी मिनी सिटी बसों को चुनाव के लिए भेज दिया गया। इन 44 सिटी बसों का गत माह ही शहर में संचालन शुरु किया गया था। इससे अलग करीब 36 बसों की डिलीवरी कानपुर से बाकी है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते बसों डिलीवरी अधर में रुक गई है। कानपुर से बसों की डिलीवरी से संबंधित आला अधिकारियों के कोरोना संक्रमित होने के कारण डिलीवरी प्रक्रिया अधर में रुक गई है। ऐसे में गत माह से मात्र 44 सिटी बसों का शहर में संचालन शुरु हुआ था जो कि पंचायत चुनाव के दौरान फिलहाल थम गया है।

50 फीसद सी¨टग क्षमता के साथ संचालन

शुक्रवार रात्रि आठ बजे से सोमवार सुबह सात बजे तक नाइट कफ्र्यू के दौरान राज्य परिवहन की बसों में 50 फीसद क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति होगी। यह आदेश शुक्रवार को परिवहन निगम मुख्यालय से अपर प्रबंध निदेशक अन्नपूर्णा गर्ग ने जारी किया है। कोरोना से रोकथाम व बचाव के लिए बसों में 50 फीसद सी¨टग क्षमता के अनुसार ही यात्री बैठाए जाएंगे। अपर प्रबंध निदेशक ने सभी क्षेत्रीय प्रबंधक, सेवा प्रबंधक, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक व उप्र परिवहन निगम को यह व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया है।

कोरोना संक्रमण के कारण सिटी बसों का संचालन प्रभावित हुआ है। हालांकि फिलहाल 44 बसें पंचायत चुनाव के लिए अधिकृत की गई है इसलिए बसों का संचालन शहर में बंद है। तीन दिन लॉक डाउन रहेगा इस कारण से वैसे भी यात्री नही निकल रहा है। बाकि बसों की डिलीवरी भी कोरोना के कारण प्रभावित हुई है।

राजेश निगम, एमडी