- जगह-जगह है गंदगी का अंबार, शिकायत के बावजूद नतीजा सिफर

- नाले व नालियों की नहीं होती सफाई, परेशान है वार्ड के निवासी

मेरठ। वार्ड-57 में लोग गंदगी से परेशान है। हालात यह है कि वार्ड में जगह-जगह गंदगी का अंबार है। कई बार मोहल्लेवासी सफाई को लेकर प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन, नगर निगम के अधिकारी है कि इस ओर ध्यान ही नहीं देते हैं। नाले व नालियां गंदगी से अटे हैं। गंदगी के कारण मच्छर भी पनप गए हैं। वार्ड 57 में पार्को का भी बुरा हाल है। पार्को की दीवारे टूटी पड़ी हुई हैं। उसमें कूड़े के अलावा कुछ दिखाई नहीं देता है। सबसे ज्यादा बुरा हाल माधवपुरम में है। शायद ही कोई ऐसा पार्क होगा जहां पर लोग घूम सकें। माधवपुरम में अंदर जाम की समस्या से भी लोग परेशान रहते हैं। क्योंकि माधवपुरम के अंदर का रास्ता दिल्ली रोड से गढ़ रोड की तरफ निकल जाता है।

ये है डिमांड

- सफाई नियमित रूप से होनी चाहिए।

- नाले व नालियों की सफाई कराई जाए।

- पार्को का सौंदर्यीकरण होना चाहिए।

- हैंडपंप ठीक होने चाहिए

- पानी की पाइप लाइन बिछनी चाहिए।

वार्ड-57

पार्षद- तरूण गोयल, पोस्ट ग्रेजुएट

जनसंख्या- 24 हजार

वोटर- 14 हजार

मोहल्ले- माधवपुरम, स्कीम नंबर 10, वाल्मीकि नगर, आरके पुरम, साईपुरम, तेजपाल एंक्लेव

प्रश्न- वार्ड में नियमित सफाई नहीं होती है।

उत्तर- सफाई नियमित होती है। लेकिन वार्ड के हिसाब से सफाई कर्मचारी नहीं आते हैं। बहुत कम सफाई कर्मचारी आते हैं। जिसके कारण गंदगी रहती है। अनेक बार नगर आयुक्त व नगर स्वास्थ्य अधिकारी को समस्या से अवगत करा चुका है। लेकिन कोई भी अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है।

प्रश्न- हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं

उत्तर- हैंडपंप खराब पड़े हैं। नगर निगम के जलकल विभाग को हैंडपंप को ठीक कराने के लिए पत्र दे रखा है। हैंडपंप कितने खराब पड़े हुए हैं उनकी संख्या भी लिखकर दे रखी है।

प्रश्न- नाले व नाली में गंदगी का अंबार है

उत्तर- नाले व नालियों की सफाई वाकई में नहीं होती है। इससे मैं भी परेशान हूं। नगर निगम के सफाई कर्मियों से सफाई कराना बड़ी बात है। निगम के अधिकारी किसी की सुनते नहीं है। बोर्ड बैठक में सफाई को लेकर हर बार हंगामा होता है।

प्रश्न - आपने पांच साल में क्या-क्या विकास कराया है

उत्तर- मैंने वार्ड में करीब पांच करोड़ रुपये के विकास कार्य कराएं है। इसके अलावा वार्ड में स्ट्रीट लाइट लगवाई हैं। इसके अलावा भी अनेक विकास कार्य कराएं हैं।

नाला सफाई

वार्ड में मुख्य नाले की सफाई कब हुई थी पता नहीं है। नाला कूड़े के ढेर से अटा है। जिसके कारण वहां पर मच्छर भी बहुत हैं, जिसके कारण लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

नाली सफाई

नाला सफाई की तरह ही नालियों की सफाई भी नहीं होती है। पूरे वार्ड की नालियां गंदगी से अटी पड़ी है। बारिश के दिनों में माधवपुरम में घुटनों जलभराव हो जाता है।

गंदगी

माधवपुरम में गंदगी का अंबार रहता है। चाहे वह मुख्य सड़क और या फिर वहां की गलियां। किनारों पर कूड़े का ढेर जरूर मिल जाएगा। बावजूद इसके नगर निगम के अधिकारी सफाई की ओर ध्यान नहीं देते हैं।

खराब हैंडपंप

माधवपुरम में कई हैंडपंप खराब हैं। वहीं, जिस हैंडपंप से पानी निकलता है वह भी गंदा है। गर्मियों के दिनों में पानी की समस्या हो जाती है। जिसके कारण लोगों को खासी परेशानी होती है।

बदहाल पार्क

माधवपुरम में दो तीन पार्क है जो बदहाल हैं। वहां पर घास की जगह गंदगी का ढेर है। पार्को की बाउंड्री भी टूटी हैं।

वर्जन

यहां पर सफाई की सबसे बड़ी समस्या है। सफाई कर्मी कब आए थे पता ही नहीं। बहुत दिन हो गए नगर निगम के सफाई कर्मियों को सफाई करते देखे हुए। कम से कम सफाई तो नियमित होनी चाहिए।

मदन लाल

यहां पर हैंडपंप खराब हैं। अनेक बार हैंडपंप को सहीं करने के लिए शिकायत कर चुके हैं। लेकिन सुनवाई ही नहीं होती है। कम से कम गर्मियों में तो हैंडपंप को ठीक करा देना चाहिए।

राकेश

नाले व नालियों गंदगी से अटे पड़े हुए हैं। नगर निगम सफाई ही नहीं कराता है। कहने को पीएम और सीएम स्वच्छ भारत अभियान की बात कर रहे हैं। लेकिन नगर निगम इस अभियान को पूरा होने देगा। यदि यही हालात रहे तो ऐसे अभियान आकर और चले जाएंगे।

मोहित

यहां पर एक भी पार्क ऐसा नहीं है जहां पर सुबह और शाम को घूम सकें। बच्चों को खेलने के लिए भी कोई पार्क नहीं है। नए पार्क नहीं कम से कम जो पार्क है उनको तो सही करा दें।

निक्की

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सोशल मीडिया पर हमसे जुड़ रहे शहरवासी

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की पहल से लोग सोशल मीडिया पर जुड़ रहे हैं। शहर के कई लोगों ने सोशल मीडिया पर अपने वार्ड की बदहाल स्थिति को साझा किया।

वार्ड 30

शहर के कई वार्ड में गंदगी का अंबार है। वार्ड- 30 निवासी आकाश गुप्ता कहते हैं कि हमारे वार्ड में रोड पर जगह- जगह गंदगी का अंबार है। सफाई कर्मचारी काम करने के लिए नहीं आते हैं। नाली काफी दिन से साफ नहीं हुई है। जिस कारण गंदा पानी रोड पर जमा हो जाता है। वार्ड- 30 में ओडियन रोड, गौरीपुरा, ब्रहृमपुरी, शिवशक्तिनगर, गौतम नगर, इंद्रानगर आदि इलाके आते हैं।

वार्ड 7

इस वार्ड में पेयजल और जर्जर तार ही बड़ी समस्या है। सरफराज अहमद सैफी ने सोशल मीडिया पर बताया कि जर्जर तार और टूटी सड़क लिसाड़ी रोड की पहचान बन गई है। कई बार नगर आयुक्त से जन समस्याओं को दूर करने की मांग की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। गर्मी में बिजली के जर्जर तार टूटते रहते हैं। वार्ड में सफाई की समस्या सबसे बड़ी है इस वार्ड में लिसाडी, नूर नगर, जैनपुर, घोपला आदि इलाके आते हैं।

वार्ड 20

हाईप्रोफाइल वार्ड भी उपेक्षा का शिकार है। वार्ड- 20 निवासी नवीन ने बताया कि मुल्तान नगर में वैसे तो इंटरनेशनल खिलाड़ी पीके का भी घर है। उसके बाद भी नगर निगम की उपेक्षा का शिकार है। इस वार्ड में गंदगी और नियमित साफ सफाई नहीं होती है। नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के दर्शन भी दुर्लभ हो जाते हैं। इस वार्ड बागपत रोड, भोला रोड, मुल्तान नगर, इस्लाम नगर आदि हैं।

वार्ड 40

विकास कार्य न होने पर बिलाल सैफी ने कहा कि इस वार्ड की समस्या गंदगी और सफाई है। इस वार्ड की कई रोड काफी दिन से टूटी पड़ी हैं। नालियों के पानी की निकासी न होने के कारण उसका गंदा पानी रोड पर जमा हो जाता है। जिसमें लोग निकलकर अपने कार्यो पर जाते हैं। कई बार शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस वार्ड में पंचशील कॉलोनी वैशाली कॉलोनी सम्राट पैलेस जनता कॉलोनी मीरा एन्क्लेव जयदेवी नगर लालसिंह नगर शिव सरोवर स्टेट बैंक कॉलोनी गढ़ रोड आदि इलाके हैं।