- वजन दिवस के पहले फेज में एक लाख बच्चों पर 15 हजार बच्चे पाए गए कुपोषित

- गुरुवार को 2 तहसीलों के सात ब्लॉक के 1.25 बच्चों होगा वजन

- 12 और 14 सितंबर को सितंबर सिटी के बच्चों का होगा वजन

- सीएमओ को डीपीओ ने लिखा लेटर, करीब 2 लाख बच्चों का होगा वजन

Meerut : काफी सालों के बीत जाने के बाद भी देश कुपोषण के श्राप से नहीं बच पाया है। अगर बात जिले की करें तो यहां भी 0-5 वर्ष के बच्चों की स्थिति ठीक नहीं है। 7 सिंतबर को हुए वजन दिवस के फ‌र्स्ट फेज के आंकड़ों पर नजर डाले तो 15 फीसदी बच्चे कुपोषण का शिकार हैं। ये आंकड़ा और बढ़ सकता है, क्योंकि सेकंड फेज और सिटी के बच्चों का वजन होना बाकी है।

करीब एक लाख बच्चों का वजन

7 सितंबर को सदर तहसील के छह ब्लॉक मेरठ ग्रामीण, शहर, खरखौदा, जानी, रोहटा और रजपुरा में एक लाख बच्चों का वजन लिया गया था। इसके सभी ब्लॉक में 988 आंगनबाड़ी केंद्रों में इसका आयोजन हुआ। जिसमें काफी चौंकाने वाले आंकड़े निकलकर सामने आए हैं।

15 फीसदी कुपोषित

आंकड़ों पर गौर करें तो अधिकारियों ने बच्चों को तीन कैटेगिरी में बांटा था। लाल कैटेगिरी में अति कुपोषित में रखा गया। जबकि पीली कैटेगिरी में कुपोषित को रखा गया था। रिपोर्ट के अनुसार रेड कैटेगिरी यानी अति कुपोषण की श्रेणी में 2818 बच्चे सामने आए। जबकि पीली श्रेणी यानी कुपोषित में 11,416 बच्चे आ चुके हैं। अभी ये आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।

सेकंड फेज आज

सेकंड फेज का अभियान गुरुवार यानी आज होगा। दो तहसीलों सरधना और मवाना में आयोजित होंगे। सरधना के तीन ब्लॉक सरूरपुर, सरधना, दौराला एवं हस्तिनापुर, परीक्षितगढ़, माछरा और मवाना ब्लॉक में आयोजित होंगे। इन सातों ब्लॉक में 1088 आंगनबाड़ी केंद्रों में अभियान होगा। इनमें 1.25 लाख 0-5 वर्ष के बच्चों की संख्या है। वहीं अधिकारियों की मानें तो 11 और 14 तारीख को छूटे हुए बच्चों का वजन किया जाएगा। वहीं 12 और 14 सितंबर को नगर निगम के इलाकों में बच्चों का वजन होगा। इसमें आशा कार्यकर्ताओं से मदद ली जाएगी। इसके लिए डिपार्टमेंट की ओर से सीएमओ को लेटर लिखा जा चुका है।

वर्जन

गुरुवार को सेकंड फेज, 12 और 14 को नगर निगम के इलाकों में अभियान चलेगा। इसके लिए सीएमओ को लेटर लिख दिया गया है। पूरे जिले में करीब 4 लाख 0-5 वर्ष आयु के बच्चे हैं।

- ज्ञान प्रकाश तिवारी, जिला परियोजना अधिकारी, मेरठ