- मृतक के परिजनों सहित सैंकड़ों लोगों ने सड़क पर शव रख लगाया जाम
- परिजनों ने की मुआवजे की मांग, एडीएम सिटी ने दिया दस लाख मुआवजे का आश्वासन
Meerut: देर रात हुई डीजे संचालक की हत्या पर शुक्रवार को जमकर बवाल हुआ। गुस्साए परिजनों ने सैंकड़ों लोगों के साथ मलियाना फ्लाईओवर पर शव रखकर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए जाम लगा दिया। परिजनों का आरोप था अभी तक पुलिस ने हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया है। साथ ही अनुराग घर में अकेला कमाने वाला था। उन्हें शासन से मुआवजा भी मिलना चाहिए। परिजन मुआवजे की मांग को लेकर अड़ गए और शव को नहीं उठाने दिया, जिसके चलते करीब एक घंटे तक रोड जाम रहा। हालांकि एक घंटे बाद एडीएम सिटी ने मौके पर पहुंचकर मुआवजे का आश्वासन देकर जाम खुलवाया और शव को अंतिम संस्कार के लिए भेजा।
ये था मामला
टीपीनगर थाना क्षेत्र की कालोनी निवासी अनुराग श्रीवास्तव डीजे संचालक हैं। बीती शाम वह डीजे लगाने कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव जंगेठी गया था। देर रात वहां से लौटते समय गांव बटजेबरा के बाग के निकट अज्ञात बदमाशों ने उसे लूट के बाद गोली मार दी थी। जिसके चलते उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
भड़के लोग
घटना के बाद पुलिस ने मृतक का शव उसके घर के बाहर लाकर रख दिया था। जिस पर कालोनी के लोगों का गुस्सा फूट गया। लोगों ने पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर जमकर नारेबाजी की।
शव रख लगाया जाम
शुक्रवार की सुबह 9 बजे ही लोगों ने शव को मलियाना पुल पर रख दिया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जाम लगा दिया। इस दौरान पुलिस से प्रदर्शनकारियों की धक्का-मुक्की भी हुई। करीब एक घंटे तक लगे जाम के कारण हजारों लोगों को परेशानी भी उठानी पड़ी।
डीएम की आने पर ही उठेगा शव
लोग इस बात पर अड़ गए कि जब तक डीएम नहीं आएंगे तब तक शव नहीं उठने दिया जाएगा। इस सूचना पर सीओ ब्रह्मपुरी मय फोर्स पर मौके पर पहुंचे। लेकिन जनता का उग्र रूप देख उन्हें आलाधिकारियों को फोन करना पड़ा। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प भी हुई।
भाजपा नेता भी मौके पर पहुंचे
शव रखकर जाम लगाने की सूचना पर कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन रितुराज, महामंत्री मुकेश सिंघल दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजनों की ओर से पुलिस को खरी-खोटी सुनाने लगे। जिसके बाद एसपी सिटी ओपी सिंह व एडीएम सिंह आशुतोष मोहन अग्निहोत्री मौके पर पहुंच गए।
मुआवजे के आश्वासन पर उठा शव
माहौल बिगड़ता देख एडीएम ने दस मिनट तक डीएम से बात की और घटना स्थल की जानकारी दी। इसके बाद मृतक के बेटे और बेटी के नाम एक-एक लाख रुपए की एफडी और दस लाख मुआवजे का आश्वासन देने पर मामला शांत हो सका।
जाम लगाने से परेशान हुए लोग
मलियाना पुल पर जाम लगने से दोनों और पांच-पांच किमी लम्बा जाम लग गया। जिसके चलते लोग अपने काम पर समय से नहीं पहुंच पाए। जिसके चलते हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
बंद रहीं दुकानें
सुबह नौ बजे से लगे जाम के कारण किशनपुरा व्यापार संघ से जुड़े लोगों ने अपनी दुकानें नहीं खोली। व्यापार संघ डीजे संचालक की मौत पर शाम तक ही दुकान न खोलने का निर्णय लिया।
अज्ञात हथियारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तलाश की जा रही है। जब तक मामले में कोई हाथ नहीं लगता तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता।
अरविंद कुमार, सीओ दौराला